Edited By vasudha,Updated: 27 Aug, 2021 08:01 AM
अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बा लोगों के देश से निकलने की कोशिश के बीच काबुल में एक के बाद एक हमले किए गए। आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है।...
इंटरनेशनल डेस्क: अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बा लोगों के देश से निकलने की कोशिश के बीच काबुल में एक के बाद एक हमले किए गए। आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है। अब इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
ISKP ने दावा किया है कि काबुल हवाईअड्डे पर हुए आत्मघाती हमलों में उनका ही हाथ है। इसके साथ ही आत्मघाती हमलावर की एक तस्वीर भी जारी की गई है। बताया जा रहा है कि इस हमलावर का नाम अब्दुल रहमान अल लोगहरि है और वह लोगार प्रांत का रहने वाला था। इस्लामिक स्टेट खुरासान ने अपने संदेश में लिखा कि काबुल एयरपोर्ट पर इस्लामिक स्टेट द्वारा किए गए शहादत के इस हमले में 160 अमेरिकी सैनिक और उनके सहयोगी मारे गए हैं और घायल हुए हैं।
संदेश के अनुसार इस हमले को करवाने में उसे स्थानीय लोगों ने भी मदद की। बता दें कि आईएसआईएस के खुरसान मॉड्यूल ने पहले भी अफगानिस्तान में कई आतंकी हमले किए हैं। इस आतंकी संगठन ने मई में काबुल में लड़कियों के एक स्कूल पर हुए घातक विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 68 लोग मारे गए और 165 घायल हो गए थे।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे के पास हुए हमलों में 60 अफगान मारे गए तथा 143 अन्य घायल हुए हैं। वहीं 11 अमेरिकी नौसैनिकों और नौसेना का एक चिकित्साकर्मी भी मारे गए हैं। यह विस्फोट ऐसे समय हुआ है, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं। काबुल हवाई अड्डे से बड़े स्तर पर लोगों की निकासी अभियान के बीच पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जतायी थी। इससे पहले दिन में कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से दूर रहने की अपील की थी क्योंकि वहां आत्मघाती हमले की आशंका जतायी गई थी।