Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 07:23 PM
खुद पर अक्सर चुटकले कहने वाले लोगों के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का स्तर काफी अच्छा होता हैं। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन पर्सनैलिटी एंड इंडीविजुअल डिफरेंसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन हास्य विनोद के मनोविज्ञान पर पहले आए...
लंदन: खुद पर अक्सर चुटकले कहने वाले लोगों के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का स्तर काफी अच्छा होता हैं। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन पर्सनैलिटी एंड इंडीविजुअल डिफरेंसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन हास्य विनोद के मनोविज्ञान पर पहले आए अध्ययनों का विरोधाभासी है।
दरअसल, अब तक कई सारे अध्ययनों में यह कहा गया कि खुद पर चुटकले कहना लोगों के बीच नकारात्मक मनोवैज्ञानिक प्रभावों से विशेष रूप से संबद्ध है जो हमेशा ही इस शैली का इस्तेमाल करते हैं। स्पेन के ग्रनादा यूनिवर्सिटी के जार्ज टोर मरीन ने बताया कि उन्होंने पाया कि खुद पर चुटकले कहने की कहीं अधिक प्रवृत्ति मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के आयामों के अच्छा होने का संकेत है।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इस तरह के हास्य के इस्तेमाल में संभावित सांस्कृतिक अंतरों को लक्षित नए अध्ययन करना जरूरी है। खुद पर चुटकुले कहना रोष दबाने की व्यापक प्रवृत्ति है।