Edited By Anil dev,Updated: 22 Apr, 2020 11:40 AM
कोरोना सकंट के बीच पाकिस्तान के शहर कराची हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला जब कुछ लोगों ने लॉकडाउन को धता बताकर यात्रा करने के लिए जिंदा आदमी को मुर्दा बना दिया।
कराची: कोरोना सकंट के बीच पाकिस्तान के शहर कराची हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला जब कुछ लोगों ने लॉकडाउन को धता बताकर यात्रा करने के लिए जिंदा आदमी को मुर्दा बना दिया।
जानकारी मुताबिक दस लोगों ने कराची से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत स्थित अपने गंतव्य तक जाने के लिए एक एंबुलेंस वाले से साठगांठ की। इन लोगों के पास किसी व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाणपत्र था।इन्होंने अपने बीच के एक शख्स को 'शव' में बदल दिया।उसे कफन में लपेटा, एंबुलेंस में रखा और यात्रा पर निकल पड़े। सुपर हाईवे पर एक बैरियर पर पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस को रोका तो उसमें करीब दस लोग सवार मिले। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदार की मौत हो गई है और वे शव को लेकर अपने पैतृक गांव जा रहे हैं। इन लोगों ने अपने पास मौजूद पुराना मृत्यु प्रमाणपत्र दिखाया, लेकिन पुलिसवालों को इनके हावभाव से शक हुआ. उन्होंने कफन को हटाया तो 'मुर्दा' घबराकर उठ गया।
पाकिस्तानः डेढ़ माह दौरान कराची में दफनाए गए 3,265 शव
अपने जिगरी दोस्त चीन की तरह ही पाकिस्तान द्वारा भी कोरोना वायरस के असली आंकड़े छिपाए जाने की आशंका है। पाक के प्रमुख अखबार ‘द ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले कराची शहर में 49 दिनों में 3265 शव दफनाए गए। यह आंकड़ा कराची शहर के सिर्फ 30 कब्रिस्तानों का है। ज्यादातर लोगों की मौत की कोई वजह या तो बताई नहीं गई या फिर इनके टेस्ट ही नहीं किए गए। दूसरी तरफ, शुक्रवार शाम तक यहां कुल सात हजार 300 मामले सामने आए।
इस दौरान आधिकारिक तौर पर 137 लोगों के मरने की पुष्टि की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, 30 कब्रिस्तानों में 49 दिन में 3265 लोगों को दफनाए जाने का आंकड़ा गुरुवार को सरकारी डाटा से मिला है। दरअसल, मीडिया के कुछ हिस्सों में कई दिन से यह खबरें आ रही हैं कि कोरोना से पाकिस्तान में बड़ी तादाद में लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन, सरकार इनकी पुष्टि नहीं कर रही है।