Edited By Tanuja,Updated: 01 Jul, 2018 04:03 PM
पाकिस्तान चुनाव आयोग की तमाम बंदिशों के बावजूद 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद चुनाव लड़ने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है। हाफिज ने आगामी चुनावों में अपनी जगह बनाने के लिए अब नया दांव खेला है और मोहरा बनाया है नवाज के परिवार को
इस्लामाबादः पाकिस्तान चुनाव आयोग की तमाम बंदिशों के बावजूद 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद चुनाव लड़ने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है। हाफिज ने आगामी चुनावों में अपनी जगह बनाने के लिए अब नया दांव खेला है और मोहरा बनाया है नवाज के परिवार को । खबर है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की एक करीबी रिश्तेदार हाफिज सईद के समर्थन वाली एक पार्टी से चुनाव लड़ रही है।
नवाज शरीफ की साली यान नवाज की पत्नी कुलसुम नवाज की करीबी रिश्ते की बहन बेगम सायरा बानो प्रांतीय असेम्बली की सीट पर अल्लाह-उ-अकबर तहरीक (एएटी) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। इस पार्टी को हाफिज सईद की मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) का समर्थन मिला हुआ है। एमएमएल प्रतिबंधित जमात उद दावा का राजनीतिक चेहरा है। सईद का बेटा और दामाद सहित जमात उद दावा के 265 उम्मीदवार एएटी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतारा है।
बता दें कि इससे पहले चुनाव लड़ने के लिए एमएमएल लगातार कोशिशें करते हुए आई है। इससे पहले 25 जुलाई को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनावों में अपनी दावेदारी पेश करने वाली हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने करारा झटका देते हुए मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत करने की अर्जी को खारिज कर दिया था।