Edited By shukdev,Updated: 04 Dec, 2018 10:33 PM
भारत-पाकिस्तान में तनावपूर्ण संबंध होने के बीच पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ आर्थिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ‘नए समाधान’ पर काम करना जारी रखेगा, जैसा कि उसने करतारपुर गलियारा जैसी ‘पहल’ के तौर पर किया है। ‘सस्टेनेबल...
इस्लामाबाद: भारत-पाकिस्तान में तनावपूर्ण संबंध होने के बीच पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ आर्थिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ‘नए समाधान’ पर काम करना जारी रखेगा, जैसा कि उसने करतारपुर गलियारा जैसी ‘पहल’ के तौर पर किया है। ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट पालिसी इंस्टीट्यूट (एसडीपीआई) में आयोजित 11वें दक्षिण एशियाई आर्थिक सम्मेलन (एसएईएस) को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने कहा कि लोगों को गरीबी से बाहर लाने और प्रगति एवं समृद्धि के लक्ष्य को पाने के लिए अंतर-क्षेत्रीय व्यापार बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सरकार करतारपुर गलियारा जैसी पहलों को जारी रखेगी ताकि शांति और समृद्धि के संदेश का प्रसार किया जा सके। उमर ने कहा कि करतारपुर गलियारा खोले जाने की पाकिस्तान की सद्भावनापूर्ण सोच पर भारत की प्रतिक्रिया दुर्भाग्यपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर गलियाारा परियोजना का शिलान्यास किया। वहीं 26 नवंबर को उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इसी गलियारे के लिए गुरदासपुर में शिलान्यास किया।
उमर ने कहा, ‘दोनों देशों में तनाव की स्थिति के बीच क्षेत्रीय सहयोग के लिए हमें अलग और नए गैर-परंपरागत समाधानों के बारे में सोचने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि यह हमारी अक्षमता है कि हम क्षेत्र के लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में असफल रहे हैं। यह उन नेताओं के लिए एक वास्तविक मौका है जो शांतिपूर्ण और समृद्ध दक्षिण एशिया में विश्वास रखते हैं।