पाकिस्तान में दो मार्च तक बन सकती नई सरकार, चुनाव धांधली खिलाफ इमरान की पार्टी PTI पहुंची सुप्रीम कोर्ट

Edited By Tanuja,Updated: 24 Feb, 2024 11:09 AM

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पाकिस्तान में  सत्ता बंटवारे का का सौदा करने  के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) दो मार्च तक...

इस्लामाबादः पाकिस्तान में  सत्ता बंटवारे का का सौदा करने  के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) दो मार्च तक गठबंधन सरकार बनाने और 9 मार्च से पहले राष्ट्रपति चुनाव कराने का प्लान बनाया है। इस बीच, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने आम चुनाव के नतीजों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए  शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखाया है। इमरान खान पहले ही चुनाव में हेराफेरी और पीटीआई के जनादेश को चुराने का आरोप लगा चुके हैं। PTI ने दावा किया है कि उसकी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की 180 सीट पर जीत दर्ज की है। लेकिन धांधली के कारण यह संख्या घटकर 92 हो गई। इस तरह सत्ता में वापसी की उसकी संभावना कम हो गई।

 

 PTI के वरिष्ठ नेता शेर अफजल मारवात ने मीडिया को बताया कि उन्होंने चुनावी हेराफेरी के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सिकंदर सुल्तान राजा और चुनाव आयोग (ECP) के अन्य सदस्यों की नियुक्ति को भी चुनौती दी है।बता दें कि  तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) को पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का समर्थन मिलेगा। ये दोनों दल आठ फरवरी को हुए चुनाव के बाद मिलकर नयी सरकार बनाने पर सहमत हुए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (72) के एक बार फिर से शीर्ष पद संभालते नजर आएंगे। शहबाज के बड़े भाई नवाज ने PML-N अध्यक्ष को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित करने का फैसला किया है।

 

पार्टी ने स्पष्ट किया है कि तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री ऐसी सरकार का नेतृत्व नहीं करना चाहते जिसमें PML-N के पास संसद में बहुमत नहीं है। दोनों दलों ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा समर्थित उम्मीदवारों की तुलना में कम सीट जीती हैं। ‘द न्यूज इंटरनेशनल' ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नौ मार्च से पहले राष्ट्रपति चुनाव कराने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है क्योंकि देश भर में नवनिर्वाचित विधानसभाएं 29 फरवरी तक शपथ ले लेंगी और दो मार्च तक नयी सरकार बन जाएगी। निवर्तमान राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी का पांच साल का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर पिछले साल सितंबर में समाप्त हो गया था लेकिन वह अपने निर्धारित संवैधानिक कार्यकाल की समाप्ति के बाद भी कार्यालय में बने रहे। PML-N, PPP और उनके सहयोगी दल चाहते हैं कि सीनेट के मौजूदा कार्यकाल के पूरा होने से पहले आठ मार्च तक राष्ट्रपति चुनाव हो जाए और राष्ट्रपति चुने जाने के बाद सीनेट चुनाव हो।

 

PPP के वरिष्ठ नेता सीनेटर फारूक एच. नाइक ने कहा कि संविधान की दूसरी अनुसूची के साथ पढ़े जाने वाले अनुच्छेद 41 के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव आम चुनाव के 30 दिन के भीतर होना चाहिए। रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘इसका मतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव नौ मार्च से पहले होना है।'' पीपीपी के सह-अध्यक्ष 68 वर्षीय आसिफ अली जरदारी के राष्ट्रपति पद पर लौटने की संभावना है। इस सप्ताह की शुरुआत में पीपीपी और पीएमएल-एन ने आसिफ अली जरदारी को संयुक्त उम्मीदवार के रूप में संवैधानिक पद के लिए नामित करने पर सहमति व्यक्त की थी।  

 

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