मरयम की फटकार के बाद हजारा प्रदर्शनकारियों से मिले इमरान, "बोले-सुरक्षा की गारंटी देना मुश्किल"

Edited By Tanuja,Updated: 10 Jan, 2021 02:01 PM

pakistan pm meets families of slain miners

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज शरीफ की फटकार व देश में हो रही आलोचना के बाद  पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान ...

पेशावरः पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज शरीफ की फटकार व देश में हो रही आलोचना के बाद  पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को आतंकी हमले में मारे गए शिया हजारा समुदाय के 11 खान मजदूरों के परिजनों से मिले। ये मजदूर बलूचिस्तान प्रांत में बीते रविवार को आतंकी संगठन आइएस के हमले में मारे गए थे। इस सामूहिक हत्या के विरोध में पाकिस्तान के कई इलाकों में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है।

 

मृतकों के परिजनों और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों  ने शवों को क्वेटा के मुख्य मार्ग पर रखकर प्रधानमंत्री के आने तक धरना देने की घोषणा की थी। उनका कहना था कि वे अपनी सुरक्षा का पुख्ता आश्वासन लेने के बाद ही शवों का अंतिम संस्कार करेंगे। बाद में बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान के आश्वस्त करने पर उत्तेजित लोग मान गए और उन्होंने शवों को दफना दिया। शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान क्वेटा पहुंचे और उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की।

 

लेकिन उनके बयान से विवाद पैदा हो गया। सुरक्षा का आश्वासन मांगे जाने पर इमरान ने परिजनों ने कहा, देश में कहीं कुछ नहीं होगा-इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता। यहां पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने आया हूं और आपके दुख में बराबर से शरीक हूं। गम की इस घड़ी में पूरा देश मृतकों के परिजनों के साथ खड़ा है। विपक्ष ने इमरान के आपत्तिजनक बयान की निंदा  करते हुए  कहा है कि मौके की नजाकत को देखते हुए प्रधानमंत्री को सोच-समझकर मुंह से बात निकालनी चाहिए।

 

इससे पहले मरयम नवाज शरीफ ने शुक्रवार को प्रधान मंत्री इमरान खान को  कोयला खनिकों की हत्या के विरोध में शिया हजारा प्रदर्शनकारियों को प्रीमियर "ब्लैकमेलर"  कहने व उनसे न मिलने को लेकर फटकार लगाई थी । कराची में एक संवाददाता सम्मेलन में  मरियम ने कहा  था कि खान ने आज स्वीकार किया था कि वह अपने अहंकार और जिद के कारण क्वेटा नहीं जा रहे थे ।  मरियम ने कहा"राष्ट्र यह जानना चाहता है कि वह कौन सी समस्या थी जो आपको जाने से रोक रही थी और अपना हाथ उनके सिर पर रख रही थी। यदि यह आज्ञाकारिता (तबदरी) के कारण था, तो राष्ट्र जानना चाहता है कि क्या उनकी "चमचागिरी" लोगों के जीवन से अधिक महत्वपूर्ण है?" । 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!