Edited By Tanuja,Updated: 01 Jul, 2018 11:14 AM
पाकिस्तान में शनिवार को कर माफी योजना (एमनेस्टी स्कीम) समाप्त हो गई लेकिन इस योजना के खत्म होने तक पाक मालामाल हो गया है। इस योजना के तहत सरकार को अब तक टैक्स के रूप में करीब 80 अरब रुपए प्राप्त हुए हैं...
कराचीः पाकिस्तान में शनिवार को कर माफी योजना (एमनेस्टी स्कीम) समाप्त हो गई लेकिन इस योजना के खत्म होने तक पाक मालामाल हो गया है। इस योजना के तहत सरकार को अब तक टैक्स के रूप में करीब 80 अरब रुपए प्राप्त हुए हैं जबकि लगभग पांच हजार लोगों ने विदेश में अपनी संपत्ति घोषित की है।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, कराची के अरबपति कारोबारी हबीबुल्ला खान ने पाकिस्तान के बाहर अपनी 1.25 अरब रुपए की संपत्ति घोषित की है। इस योजना के तहत संपत्ति की यह सबसे बड़ी घोषणा बताई जा रही है। खान मेगा एंड फोर्ब्स ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक और अध्यक्ष हैं।
खान ने अपनी संपत्ति की घोषणा दस अप्रैल को कर राहत पर लाए गए अध्यादेश के तहत की है। उस समय फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के अध्यक्ष तारिक महमूद पाशा ने कहा था कि कारोबारियों को विदेश में अघोषित संपत्ति या रियल एस्टेट में निवेश को इस योजना के जरिये वैध कर लेना चाहिए। इस योजना की अंतिम तारीख 30 जून थी। इस योजना को बीते अप्रैल में तत्कालीन पीएमएल (एन) सरकार ने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के मकसद से शुरू किया था।