Edited By Tanuja,Updated: 22 Jul, 2018 05:25 PM
पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले चुनाव के मद्देनजर चुनावी सरर्मियां बढ़ती जा रही हैं। पाक में एक बड़ा समुदाय ऐसा भी है, जिसमे यहां की सेना और उनकी खुफिया एजेंसी ISI के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। दरअसल चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से कथित तौर पर...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले चुनाव के मद्देनजर चुनावी सरर्मियां बढ़ती जा रही हैं। पाक में एक बड़ा समुदाय ऐसा भी है, जिसमे यहां की सेना और उनकी खुफिया एजेंसी ISI के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। दरअसल चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से कथित तौर पर पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को हराने के लिए ISI और सेना ने साजिश की है, उसके खिलाफ लोगों के मन में असंतोष बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि नवाज शरीफ के खिलाफ कोर्ट में तमाम मुकद्दमों पर ताबड़तोड़ फैसले आए ही इसलिए हैं, ताकि उन्हें कमजोर किया जा सके।
माना जा रहा है कि पाकिस्तानी फौज इस बार इमरान खान को पाकिस्तान का पीएम बनाना चाहती है। उसकी राह में नवाज शरीफ सबसे बड़ा रोड़ा थे, इसलिए उन्हें हराने के लिए उनके खिलाफ चल रहे तमाम मुकद्दमों के फैसले आ गए जिसमें उन्हें सजा सुना दी गई। अब नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम शरीफ जेल के अंदर हैं। इधर, पाकिस्तानी सेना और ISI के खिलाफ बढ़ता गुस्सा निकलकर सड़क पर आ गया है। शनिवार को रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय के सामने ISI और सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान लोगों ने ISI मुर्दाबाद के नारे लगाए । पाकिस्तान में सेना और ISI के खिलाफ इस तरह खुलकर नारे लगाना दिखाता है कि वहां पर मौजूदा चुनाव में इन दोनों के बढ़ते दखल के कारण लोगो के मन में भारी गुस्सा है।