Edited By Yaspal,Updated: 30 Nov, 2019 12:53 AM
सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 40 से अधिक लोगों के मारे जाने और इराक के एक शीर्ष शिया धर्मगुरु द्वारा समर्थन वापस लेने की सांसदों से अपील करने के बीच इराकी प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह संसद
इंटरनेशनल डेस्कः सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 40 से अधिक लोगों के मारे जाने और इराक के एक शीर्ष शिया धर्मगुरु द्वारा समर्थन वापस लेने की सांसदों से अपील करने के बीच इराकी प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह संसद को अपना इस्तीफा सौंपेंगे।
अब्दुल महदी ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अयातुल्ला अली अल सिस्तानी के उपदेश ‘‘बहुत ध्यान से सुने'' और उनके आह्वान के जवाब में और ‘‘उस पर जल्द से जल्द अमल करने'' के लिए यह फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए एक आधिकारिक ज्ञापन संसद को दूंगा ताकि संसद अपने विकल्पों की समीक्षा कर सके।''
सिस्तानी ने शुक्रवार को अपने साप्ताहिक उपदेश में कहा कि प्रधानमंत्री महदी की सरकार चुनने वाली संसद को ‘‘अपने विकल्पों पर पुनर्विचार'' करना चाहिए। इससे पहले, इराक में विभिन्न शहरों में जारी प्रदर्शनों के बीच सरकार ने सख्त कार्रवाई की, जिसके चलते करीब 40 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। बृहस्पतिवार को हुई हिंसा के बाद अक्टूबर से देश में अब तक 390 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 15,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इराक के मानवाधिकार आयोग ने बताया कि सबसे अधिक संख्या में लोग दक्षिणी नसिरिया में मारे गए। यहां सुरक्षा बलों ने रैलियों को खत्म करने के लिए अत्यधिक बल प्रयोग किया और इस दौरान 25 लोगों की मौत हो गई। बगदाद में दो प्रदर्शनकारियों और नजफ में दस प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। नजफ में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को ईरान के वाणिज्य दूतावास को आग लगा दी थी। वे लोग इराक में तेहरान के राजनीतिक दबदबे का विरोध कर रहे थे।