Edited By PTI News Agency,Updated: 10 Aug, 2021 01:29 PM
वाशिंगटन, 10 अगस्त (भाषा) अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि भारत ने अतीत में प्रशिक्षण तथा बुनियादी ढांचा सुधार में सहायता प्रदान करके अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई है, जिससे युद्धग्रस्त देश में स्थिरता तथा सुशासन...
वाशिंगटन, 10 अगस्त (भाषा) अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि भारत ने अतीत में प्रशिक्षण तथा बुनियादी ढांचा सुधार में सहायता प्रदान करके अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई है, जिससे युद्धग्रस्त देश में स्थिरता तथा सुशासन बनाए रखने में मदद मिली है।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कहा कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का कहना है कि अफगानिस्तन में सुरक्षा स्थिति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है, जिस पर स्पष्ट तौर पर सही दिशा में काम नहीं हो रहा है।
किर्बी ने कहा, ‘‘ भारत ने अतीत में प्रशिक्षण और अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार के मामले में अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई है।’’ अफगानिस्तान पर भारत और अमेरिका के सहयोग के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘ अफगानिस्तान में स्थिरता तथा सुशासन के लिए इस तरह के काम, इस तरह के प्रयासों का हमेशाा स्वागत किया जाता है।’’ भारत ने अफगानिस्तान में शांति तथा स्थिरता स्थापित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। उसने युद्धग्रस्त देश की सहायता और तमाम गतिविधियों को फिर बहाल करने के लिए पहले ही लगभग तीन अरब अमरीकी डॉलर का निवेश किया है। भारत अफगानिस्तान के नेतृत्व वाली, अफगानियों की और अफगान नियंत्रित राष्ट्रीय शांति एवं सुलह प्रक्रिया का समर्थन करता रहा है।
किर्बी ने एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कहा कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का कहना है कि अफगानिस्तन में सुरक्षा स्थिति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है, जिस पर स्पष्ट तौर पर सही दिशा में काम नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ मंत्री का मानना है कि अफगान बलों में बदलाव लाने की क्षमता है.....।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि हम जहां और जब संभव हो, उनका समर्थन करना जारी रखेंगे, वे यह भी समझते हैं कि यह हमेशा संभव नहीं है। लेकिन जहां तक और जब संभव हो, उदाहरण के लिए, हवाई हमलों के साथ उनका समर्थन करना जारी रखेंगे।’’ अमेरिका के 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा करने के बाद से वहां हिंसा बढ़ गई है और अफगानिस्तान सरकार तथा तालिबान के बीच शांति समझौता करने के प्रयास धीमे हो गए हैं। अफगान सुरक्षा बलों और सरकार के सैनिकों ने अमेरिका की मदद से जवाबी कार्रवाई के रूप में हवाई हमले किए हैं।
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