Edited By ,Updated: 03 Nov, 2016 11:43 AM
वैज्ञानिकों ने एक नई चीज का पता लगाया है। इसके मुताबिक मेलेनेसिया आइसलैंड पर रहने वाले लोगों में एक ऐसा डी.एन.ए. भी हो सकता है जो दुनिया ने कभी नहीं देखा...
लंदन: वैज्ञानिकों ने एक नई चीज का पता लगाया है। इसके मुताबिक मेलेनेसिया आइसलैंड पर रहने वाले लोगों में एक ऐसा डी.एन.ए. भी हो सकता है जो दुनिया ने कभी नहीं देखा। इसका मतलब प्राप्त हुआ डी.एन.ए. का सैंपल 2 प्राचीन डीएनए (नीनडेर्थल और डेनिसोवान्स) के प्रकारों से बिल्कुल मेल नहीं खाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हो सकता है कि यह डी.एन.ए. का प्रकार एकदम अलग हो।
जानकारी के मुताबिक साउथ पेसिफिक, नॉर्थईस्ट ऑस्ट्रेलिया का क्षेत्र है। यहां रहने वालों में ऐसा डी.एन.ए. देखा गया है। डी.एन.ए. पर सतत अध्ययन करने वाले एक वैज्ञानिक बोलेंडर का मानना है कि हम तो फिलहाल यह पता लगाने में जुटे हैं कि यहडी.एन.ए. पारंपरिक डी.एन.ए. ए के प्रकार 'नीनडेर्थल और डेनिसोवान्स' से किस तरह मेल खाता है। अभी हम डी.एन.ए. के इतिहास को ध्यान में नहीं रख रहे हैं, जो सामने है उसका पता लगाने में जुटे हैं।
बोलेंडर ने बताया 'हालांकि अभी प्रारंभिक स्तर पर हम प्राचीन डी.एन.ए. के आसपास भी नहीं है। इससे ऐसा लगता है कि जो डी.एन.ए. हमारे सामने है उसका पता इससे पहले नहीं लगाया गया है। ऐसा कोई प्रमाण मिला भी नहीं है। डी.एन.ए. के मामले में एक सामान्य जानकारी यह है कि करीब एक लाख साल पहले अफ्रीका से कुछ लोग यहां आए और बस गए। इसके बाद यूरोप और आसपास के क्षेत्रों में उन्होंने रहना शुरू किया।' बोलेंडर ने कहा 'अध्ययन के दौरान पाया है कि 'नीनडेर्थल' (डी.एन.ए. का एक प्राचीन प्रकार) का इतिहास और प्राप्त हुए तथ्यों में कुछ अंतर हो सकता है।