Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 03:36 PM
2016 में हुए अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी भूमिका की जांच को लेकर डेमोक्रेट्स द्वारा तैयार किए गए वर्गीकृत दस्तावेज को जारी करने के लिए पहले तैयार हुए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब डेमोक्रेटिक पार्टी के मेमो को सार्वजनिक करने पर रोक...
वाशिंगटननः 2016 में हुए अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी भूमिका की जांच को लेकर डेमोक्रेट्स द्वारा तैयार किए गए वर्गीकृत दस्तावेज को जारी करने के लिए पहले तैयार हुए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब डेमोक्रेटिक पार्टी के मेमो को सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है।
पिछले सप्ताह सार्वजनिक किए गए रिपब्लिकन मेमो के जवाब में इसे तैयार किया गया है। रिपब्लिकन मेमो में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस की दखलअंदाजी की एफबीआइ और न्याय विभाग द्वारा की जा रही जांच को ट्रंप के खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताया गया है। डेमोक्रेट नेताओं ने ट्रंप के इस फैसले पर नाराजगी जताई है। व्हाइट हाऊस के वकील डॉन मैकगहन ने अमेरिकी संसद की खुफिया समिति के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा कि डेमोक्रेट मेमो में कई गोपनीय खासकर संवेदनशील अंश शामिल हैं। इसके कुछ हिस्से से राष्ट्रीय सुरक्षा और कानूनी हितों पर असर पड़ेगा।
FBI प्रमुख क्रिस्टोफर व्रे और डिप्टी अटार्नी जनरल रॉड रोसेनस्टीन ने अलग-अलग पत्र लिखकर इस बारे में चिंता प्रकट की है। मैकगहन ने कहा कि समिति न्याय विभाग की आशंकाओं को दूर करने के लिए मेमो में संशोधन करेगी तब राष्ट्रपति इसे सार्वजनिक करने पर पुनर्विचार करेंगे। विवादास्पद जांच से जुड़े मामले में ट्रंप के ताजा फैसले से डेमोक्रेट सांसदों का गुस्सा फूट पड़ा है। डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद नेंसी पेलोसी ने ट्रंप के मेमो रोकने के कदम को ट्रंप-रूस कांड की सच्चाई को अमरीकी जनता से छुपाने का प्रयास बताया है।
उन्होंने कहा, 'स्पष्ट है कि राष्ट्रपति कुछ छिपा रहे हैं।' सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शुमर ने कहा, 'लाखों अमेरिकी जनता का एक ही सवाल है कि राष्ट्रपति क्या छुपा रहे हैं।' बता दें कि ट्रंप ने दो फरवरी को उसी खुफिया समिति के रिपब्लिकन सांसदों के मेमो को एफबीआइ और न्याय विभाग की आपत्ति के बावजूद सार्वजनिक करने की मंजूरी दी थी। शुमर ने कहा कि जहां तक पारदर्शिता की बात है, राष्ट्रपति का यह दोहरा रवैया भय उत्पन्न करने वाला है।