Edited By Tanuja,Updated: 02 Oct, 2019 02:25 PM
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बारिस जॉनसन ने बुधवार को ब्रेक्जिट पर संशोधित मसौदा यूरोपीय संघ (ईयू) के समक्ष रखा...
लंदनः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बारिस जॉनसन ने बुधवार को ब्रेक्जिट पर संशोधित मसौदा यूरोपीय संघ (ईयू) के समक्ष रखा। ब्रेक्जिट पर यह फाइनल स्क्रिप्ट हैॅ। उन्होंने 2 टूक शब्दों में साफ कर दिया कि अगर ब्रेसेल्स प्रस्ताव के साथ संलग्न नहीं होता तो ब्रिटेन आगे की बातचीत नहीं करेगा और वह यूरोपीय संघ से 31 अक्टूबर को निकल जाएगा। उधर, ईयू के अधिकारियों ने ब्रेक्जिट की सफलता को लेकर आशंका जताई है।
बेहतर मसौदा तैयार
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन किसी भी हाल में 31 अक्टूबर, को 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से अलग होकर रहेगा। जॉनसन ने कहा कि उन्होंने एक बेहतर मसौदा तैयार किया है। उन्होंने कहा कि कस्टम यूनियन में बंधे रहकर ईयू से अलग होने का कोई मतलब नहीं है। वह 17 अक्टूबर को ईयू के साथ बातचीत में संशोधित मसौदा पर सहमति बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष ब्रेक्जिट के पक्ष में हैं। जाॅनसन ने कहा कि वह बैकस्टाप पालिसी को हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह ब्रिटेन के लिए सबसे अहम है।
बैकस्टॉप पालिसी का हुआ विरोध
ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री थरेसा मे और ईयू के बीच हुए समझौते में बैकस्टॉप पालिसी और कस्टम यूनियन के प्रावधान थे। इन प्रावधानों का ब्रिटेन में विरोध हुआ और वह समझौता ब्रिटिश संसद में मतदान के दौरान गिर गया। जुलाई में प्रधानमंत्री बनने के बाद जॉनसन की संसद में यह पहली परीक्षा थी। ब्रेक्जिट मुद्दे पर एक प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में उन्हें केवल 301 समर्थन दिया, लेकिन 328 सांसदों ने उनका विरोध किया।
क्या है बैकस्टॉप पॉलिसी
इस पॉलिसी के मुताबिक ब्रिटेन के राज्य उत्तरी आयरलैंड और पड़ोसी देश आयरलैंड गणराज्य के बीच सीमा पहले की तरह खुली रहेगी। साथ ही उत्तर आयरलैंड ईयू की एकल बाजार प्रणाली से भी बंधा रहेगा। ईयू की एकल बाजार प्रणाली में रहने का मतलब यह हुआ कि उत्त्री आयरलैंड में बनने वाले उत्पाद ईयू द्वारा निर्धारित मानकों का पालने करेंगे।