Edited By Tanuja,Updated: 30 Dec, 2020 05:18 PM
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी फैलसाने वाला चीन अब इसकी वैक्सीन बनाने के दावे कर रहा है। चीन का कहना है कि वह अपनी वैक्सीन से ...
इस्लामाबाद : पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी फैलसाने वाला चीन अब इशकी वैक्सीन बनाने के दावे कर रहा है। चीन का कहना है कि वह अपनी वैक्सीन से पूरी दुनिया की मदद करना चाहता है जबकि सच यह है कि मदद की आड़ में इसने अपने टीके का बजारीकरण शुरू कर दिया है। कोरोना वारस कयरस का सच छुपाने वाला चीन अब वैश्विक बाजार पर अपनी पकड़ खोता जा रहा है और उसे अपनी कोविड वैक्सीन के लिए खरीदार तलाशने में नाको चने चबाने पड़ रहे हैं। वैक्सीन को लेकर भी चीन भरोसा खो चुका है ।
आलम यह है कि उसका आयरन ब्रदर पाकिस्तान अपने देश में चीनी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल तो जरूर करा रहा है लेकिन पाकिस्तानी जनता को इस वैक्सीन पर भरोसा नहीं हो रहा है। वह भी तब जब चीन ने कंगाल पाकिस्तान में 70 अरब डॉलर का निवेश कर रखा है। चीन की कोरोना वैक्सीन को लेकर पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ब्राजील समेत कई विकासशील देशों में जनता के बीच सर्वेक्षण कराया गया और अधिकारियों से उनकी राय जानी गई। इसमें यही खुलासा हुआ है कि चीन अपनी कोरोना वैक्सीन को लेकर करोड़ों लोगों को आश्वस्त करने में असफल रहा है जिन्होंने पहले उस पर भरोसा किया था। पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि वे चीनी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे क्योंकि उन्हें इस वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।
यह अविश्वास और दर्जनों गरीब देशों के चीन पर निर्भरता से दुनिया के समक्ष एक बड़ा राजनीतिक संकट पैदा हो सकता है। वह भी तब जब उस देश के नागरिकों को यह महसूस हो कि चीन ने जो कोरोना वायरस वैक्सीन दी है, वह घटिया है। चीन की कोरोना वायरस वैक्सीन चीन को गरीब देशों को साधने में बड़ी राजनयिक बढ़त दिलवा सकता है जिनको पश्चिमी देशों की ओर से विकसित कोरोना वैक्सीन नहीं मिल पा रहा है।