Edited By Yaspal,Updated: 28 Jan, 2020 06:22 PM
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात बदले हुए हैं। बजट 2020 में जम्मू-कश्मीर को रेल बजट से काफी उम्मीदें हैं। प्रदेश में रेल नेटवर्क को मजबूती मिलने के साथ लंबे समय से अटकी पड़ीं रेल लाइन परियोजनाओं और रेलवे डिवीजन पर काम शुरू होने की भी...
बिजनेस डेस्कः अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात बदले हुए हैं। बजट 2020 में जम्मू-कश्मीर को रेल बजट से काफी उम्मीदें हैं। प्रदेश में रेल नेटवर्क को मजबूती मिलने के साथ लंबे समय से अटकी पड़ीं रेल लाइन परियोजनाओं और रेलवे डिवीजन पर काम शुरू होने की भी उम्मीद है। नए रेल लाइन में कठुआ-बसोहली-भद्रवाह रेल लाइन, जम्मू-अखनूर रेल लाइन और बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन पर बड़ी घोषणा की उम्मीद है। हालांकि जम्मू-अखनूर-राजोरी रेल लाइन का सर्वे पूरा कर लिया है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर बदलाव के दौर से गुजर रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बड़ा योगदान है, जहां पर्यटकों के पहुंचने का आसान माध्यम रेल है। ऐसे में सरकार इस बार रेल बजट में जम्मू और श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा तक नए ट्रेन चलाने की घोषणा कर सकती है। धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित कटड़ा में रेलवे स्टेशन को मॉडल रेलवे स्टेशन बनने को लेकर पहल हो सकती है। वहीं जम्मू में रेल डिवीजन शुरू होने की भी उम्मीद है।
एडीआरएम जम्मू रमणीक सिंह ने कहा कि जम्मू में रेल डिवीजन बनने से रेल प्रोजेक्ट को गति मिलेगी, जिससे रेल के बुनियादी ढांचे को और मजबूती मिलेगी।