Edited By ,Updated: 11 Oct, 2016 03:52 PM
रावण एक विदवान ,चार वेदो के ज्ञाता के साथ एक अच्छे योद्धा थे और एैसी महान हस्ती का किरदार निभाते हुए मुझे हर्ष महसूस होता है ,जबकि मैं बचपन से ही भगवान श्री राम का भक्त हूं और उनके बताए मार्ग पर चलने पर विश्वास रखता हूं।
जम्मू/अखनूर: रावण एक विदवान ,चार वेदो के ज्ञाता के साथ एक अच्छे योद्धा थे और एैसी महान हस्ती का किरदार निभाते हुए मुझे हर्ष महसूस होता है ,जबकि मैं बचपन से ही भगवान श्री राम का भक्त हूं और उनके बताए मार्ग पर चलने पर विश्वास रखता हूं। उक्त वाक्य भाजपा विधायक राजीव शर्मा ने एक विशेष भेंट के दौरान पंजाब केसरी से कहे।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से वह रामलीला में रावण का किरदार निभाते आ रहे है। इससे पहले अखनूर में आयोजित की जाने वाली रामलीला में मेरे स्वर्गीय पिता सोम दत्त शर्मा रावण के किरदार को निभाते थे। बचपन में जब मैं अपने पिता जी के साथ रामलीला देखने के लिए जाता था तो अपने पिता को रामलीला के मंच पर रावण की भूमिका में दहाड़ लगाते देख मुझे गर्व महसूस होता था।
उसके पश्चात रामलीला क्लब का सदस्य बनने के साथ मैंने भी रामलीला में रावण की भूमिका निभाने का वीड़ा उठाया। और पिछले 10 सालों से रामलीला में रावण की भूमिका निभा रहा हूं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अखनूर रामलीला क्लब के सदस्यों ने सोचा था कि शायद अब इस व्यस्त जीवन में विधायक रावण की भूमिका नहीं निभा पाएंगे। परन्तु जब रामलीला की रिहर्सल शुरू हुई तो मैं वहां पहुंचा और इस किरदार को आगे भी जारी रखने के फैसले को सुनाया। जबकि कई लोगों ने इस बात को मजाक समझा और तरह तरह की बाते भी करने लगे।
परन्तु मैंने उन लोगों की बातों को अनसुना करते हुए रामलीला के जरिए बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देने के लिए मंच पर आकर रावण के किरदार को निभाया। वहीं रामलीला देखने वाले लोगों का कहना है कि राजीव शर्मा से बेहतर रावण की भूमिका कोई अन्य नहीं निभा सकता और जब वह मंच पर आकर दहाड़ते है तो लोग उनकी दहाड़ सुनने के लिए उतवाले हो जाते है। और तालियों से उनका स्वागत करते है। लोगों का कहना है कि विधायक राजीव शर्मा एक मंजे हुए राजनितज्ञि होने के साथ एक अच्छे कलाकार भी है।