Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 02:45 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यरूशलम को इस्राइल की राजधानी घोषित करने की घोषणा के विरोध में फिलीस्तीनियों ने चौथे दिन शनिवार को ‘रोष दिवस’ मनाया। पूरे फिलीस्तीन में प्रदर्शनों के बीच राॅकेट दागे गए...
मनीलाः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यरूशलम को इस्राइल की राजधानी घोषित करने की घोषणा के विरोध में फिलीस्तीनियों ने चौथे दिन शनिवार को ‘रोष दिवस’ मनाया। पूरे फिलीस्तीन में प्रदर्शनों के बीच राॅकेट दागे गए। इसके बाद इस्राइल ने हमास के चार ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें 2 बंदूकधारियों की मौत हो गई।
इस दौरान हुई झड़पों में 65 लोग घायल हुए हैं जबकि 28 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले शुक्रवार कोइस्राइली सैनिकों की फायरिंग में 2 फिलिस्तीनी मारे गए थे और झड़पों में 230 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस्राइली वायुसेना ने कहा कि करीब 5 हजार फिलीस्तीनियों ने हिंसक प्रदर्शन किया। वहीं ट्रंप के फैसले के विरोध में शुक्रवार शाम को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर फिलीस्तीन के समर्थकों ने प्रदर्शन किया।
यूएन सुरक्षा परिषद ने यरूशलम को इस्राइल की राजधानी की मान्यता देने के अमरीका के फैसले को गलत बताया है और कहा है कि इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। परिषद की शुक्रवार को हुई आपात बैठक में फ्रांस के प्रतिनिधि फ्रांस्वा डेलाट्रे ने कई प्रस्तावों का जिक्र किया और कहा कि येरूशलम के दर्जे में एकतरफा बदलाव मंजूर नहीं किया जा सकता। ब्रिटेन के मैथ्यू रायक्रॉफ्ट ने कहा कि यरूशलम इस्राइल और फिलिस्तीन दोनों की संयुक्त राजधानी होनी चाहिए ।