Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 11:09 PM
एसएसबी के डायरेक्टर जनरल (डीजी) रजनीकांत मिश्रा ने कहा कि डोकलाम भारत-चीन सीमा पर है। हालांकि यह हमारे दायरे में नहीं है। इसके बावजूद हम भारत-भूटान-तिब्बत (ट्राइ-जंक्शन) के ठीक नीचे ज्यादा अलर्ट हैं और सीमा पर अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं
नई दिल्लीः डोकलाम से सबक लेकर भारत ने भूटान के साथ लगी सीमा पर अपनी ताकत बढ़ा दी है। नेपाल और भूटान सीमा पर सुरक्षा का जिम्मेदारी संभालने वाली सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने अपनी ताकत में इजाफा किया है।
एसएसबी के डायरेक्टर जनरल (डीजी) रजनीकांत मिश्रा ने कहा कि डोकलाम भारत-चीन सीमा पर है। हालांकि यह हमारे दायरे में नहीं है। इसके बावजूद हम भारत-भूटान-तिब्बत (ट्राइ-जंक्शन) के ठीक नीचे ज्यादा अलर्ट हैं और सीमा पर अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बटालियन का हेडक्वॉर्टर सिक्किम के युकसोम में आने वाला है जबकि इलाके में और भी ज्यादा बीओपी (बॉर्डर आउट पोस्ट) बनाने की अनुमति मिल गई है।
गौरतलब है कि जून के महीने में डोकलाम को लेकर भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। डीजी ने बताया कि नेपाल और भूटान की सीमा पर कुल 734 बीओपी बनाने की अनुमित मिली है जिसमें 635 तैयार किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि एसएसबी सीमा पर चल रही सभी प्रकार की गतिविधियों की जानकारी रख रही है। नेपाल पर चीन के बढ़ते असर के संबंध में एसएसबी डीजी मिश्रा ने कहा कि सैन्य बल पड़ोसी देशों के केवल उन्हीं मामलों से मतलब रखता है जिसका असर उससे जुड़ी सीमा पर पड़ता है।