नीति आयोग के CEO बोले- तीन साल बाद गैरजरूरी हो जाएंगे बैंक

Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 12:55 AM

niti aayog ceo says   bank will be required after three years

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि तीन साल बाद लोगों को वित्तीय काम के लिए बैंक में जाने की जरूरत ही नहीं होगी। यही नहीं इनका अस्तित्व भी नहीं होगा। कांत ने कहा कि भौतिक रूप से बैंक और उनकी शाखाओं में जाना अगले तीन साल में अप्रासंगिक हो जाएगा...

नई दिल्लीः नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि तीन साल बाद लोगों को वित्तीय काम के लिए बैंक में जाने की जरूरत ही नहीं होगी। यही नहीं इनका अस्तित्व भी नहीं होगा। कांत ने कहा कि भौतिक रूप से बैंक और उनकी शाखाओं में जाना अगले तीन साल में अप्रासंगिक हो जाएगा क्योंकि डेटा विश्लेषण से वित्तीय समावेशन को और गति मिलेगी।इसका कारण बड़े पैमाने पर डेटा का उपयोग तथा डेटा विश्लेषण है।

यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र देश है, जहां एक अरब से अधिक लोगों को आधार कार्ड (बायोमेट्रिक) जारी किए गए हैं। अगले तीन साल में भारत में एक अरब से अधिक स्मार्टफोन होंगे। नीति आयोग के सीईओ ने यह भी कहा कि देश में मोबाइल डाटा खपत अमेरिका और चीन के संयुक्त डेटा खपत से अधिक है। 

इस दौरान परिचर्चा में भाग लेते हुए पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि दुनिया में नया बैंकिंग मॉडल भारत से आएगा और पेटीएम भारत मॉडल का शुरुआती उदाहरण होगा। 

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