Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 03:55 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को नई अंतरिक्ष नीति पर हस्ताक्षर किए जो नासा को अमरीकी नागरिकों को पहले चांद पर और फिर मंगल ग्रह पर भेजने का निर्देश देती है
वॉशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को नई अंतरिक्ष नीति पर हस्ताक्षर किए जो नासा को अमरीकी नागरिकों को पहले चांद पर और फिर मंगल ग्रह पर भेजने का निर्देश देती है। पिछले कई दशकों से चांद पर किसी अमरीकी को नहीं भेजा गया है और यह नीति अमरीकी अंतरिक्षयात्रियों को फिर से वहां भेजने की दिशा में पहल है।
व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा कि मैं जिस दिशा निर्देश पर हस्ताक्षर कर रहा हूं वह अमरीकी अंतरिक्ष कार्यक्रम के मनुष्यों के जरिए अन्वेषण और खोज पर बल देगा।यह 1972 के बाद पहली बार अमरीकी अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय के लिए चांद पर जाने और खोज करने का महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे पहले अपोलो मिशन के दौरान 1960 और1970 की दशक में अमरीकी अंतरिक्ष यात्री चांद पर गए थे।
व्हाइट हाउस में नई अंतरिक्ष नीति निर्देशों पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा कि इस बार हम वहां सिर्फ अपना झंडा लगाकर निशानीनहीं छोड़ेंगे बल्कि भविष्य में अन्य ग्रहों की यात्रा के लिए नींव रख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई 1969 को अमरीकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा था।