Edited By ,Updated: 23 Mar, 2016 12:17 PM

बुधवार दिनांक 23 मार्च 2016 पर अशुभ योग बन रहे हैं। मंगलवार 22 मार्च दिनांक 2016 को शाम 3 बजकर 12 मिनट पर पूर्णिमा तिथि लग रही है। जिसके लगते ही शनि
बुधवार दिनांक 23 मार्च 2016 पर अशुभ योग बन रहे हैं। मंगलवार 22 मार्च दिनांक 2016 को शाम 3 बजकर 12 मिनट पर पूर्णिमा तिथि लग रही है। जिसके लगते ही शनि की बहन भद्रा अपना करतब दिखा रही है। भद्रा में होली का दहन निषिद्ध कहा गया है। इसके पश्चात शाम 4 ब़जकर 19 मिनट से शनि का नक्षत्र उत्तरा फाल्गुणी लग रहा है जोकि अगले दिन 23 मार्च 2016 को शाम 7 बजकर 7 मिनट तक रहेगा परंतु इस साल 237 साल बाद होलीका दहन पर्व शनि मंगल के अशुभ मिलन पर मनाया जा रहा है। इससे पहले 1779 में शनि मंगल के मिलन में होलिका दहन पर्व मनाया गया था। शनि-मंगल का वृश्चिक राशि में मिलन हर राशि और हर व्यक्ति पर अपना अशुभ प्रभाव डालेगा। इसके साथ-साथ होलिका पर्व पर सिंह राशि में बैठे गुरू और राहू अपना बुरा प्रभाव डालेंगे।
इस होलिका दहन पर ग्रहण की छाया के साथ-साथ शनि मंगल का दुषित योग तथा गुरू चण्डाल का अशुभ योग बन रहा है। जिसके कारण यह पर्व अपनी अशुभता लिए हुए है।
* अशुभता से बचने के लिए नारियल और बादाम का दान करें।
* गुड़ और मसूर बहते पानी में बहा दें।
* काले शिवलिंग पर हल्दी का पानी चढ़ाएं।
* लौंग, काली मिर्च, राई, पीली सरसों और मसूर अपने सिर से सात बार वार कर होलिका की अग्नि में जला दें।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल kamal.nandlal@gmail.com