Edited By ,Updated: 07 Feb, 2015 08:35 AM
आज हर किसी को कोई न कोई टैंशन है।स्ट्रैस की समस्या से आज का युवा वर्ग चारों ओर से घिरा है।कई युवा तो इसकी जकड़ में यहां तक ......
आज हर किसी को कोई न कोई टैंशन है।स्ट्रैस की समस्या से आज का युवा वर्ग चारों ओर से घिरा है।कई युवा तो इसकी जकड़ में यहां तक पहुंच जाते हैं कि डिप्रैशन के शिकार हो जाते हैं।यदि कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो आसानी से स्ट्रैस को मैनेज किया जा सकता है।
- 24 घंटे के दिन में कम से कम 30 मिनट अपने लिए जरूर निकालें।अपनी कार्यक्षमता का आकलन करें और संभव होने वाले लक्ष्य पर ध्यान दें।
- पॉजीटिव एटीच्यूड रखें।ध्यान रखें कि चिंता करने से आप किसी काम का जल्दी निपटारा नहीं कर सकते।उल्टा चिंता करने से जो काम हाथ में लिया है वह भी सही ढंग से नहीं हो पाता।चिंता त्याग खुद पर विश्वास रख कर काम में जुट जाएं।
- दूसरों को बदलने की बजाय पहले खुद को बदलें।सहनशीलता अपनाएं।दूसरों की गलतियों पर उन्हें प्यार से समझाएं।कई बार दूसरों की गलतियों की वजह से भी आप स्ट्रैस में आ सकते हैं।किसी बात को लंबा न खींचे।हर दिन एक नई सोच के साथ शुरू करें।रोजाना डायरी में अपने काम लिखें और उन्हें उसी दिन खत्म करने की ठानें। अगर किसी वजह से कोई काम रह भी जाए तो अगले दिन उसका निपटारा करें।
- हर रोज एक्सरसाइज करें।इससे स्ट्रैस कैमिकल दूर होते हैं।आऊटडोर एक्टिविटीज बढ़ाएं।कम से कम दस मिनट रोजाना की मैडीटेशन आपको स्ट्रैस से मुक्ति दिलाएगी।
- ताजा फल और सब्जियां पर्याप्त मात्रा में लें।बैस्ट खुराक लेने की कोशिश में रहें। नशीले पदार्थों से दूर रहें।शराब, सिगरेट, गुटखे से तनाव दूर होता है, इस भ्रांति को मन से निकाल दें।ये नशीले पदार्थ शरीर को खोखला कर देते हैं।इससे ब्रेन पावर भी डैमेज होती है।
- पैसों की कमी भी तनाव का कारण बन सकती है।इसलिए सेविंग करने की आदत डालें ताकि बुरे वक्त में यह काम आ सके।इस बात का भी ध्यान रखें कि जितनी चादर है उतने ही पैर पसारें।
- लगातार टी.वी. देखने की बजाय संगीत सुनना भी तनाव को दूर करता है।दूसरों के साथ हंसी-मजाक करें।दोस्ती का मजबूत रिश्ता भी तनाव को कम करता है।
- डा. कुणाल काला