Edited By Seema Sharma,Updated: 21 Nov, 2019 04:11 PM
पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने रिटायर होने के दो दिन बाद ही सरकारी बंगला खाली कर दिया है। गोगोई के पास बंगला खाली करने के लिए एक महीना का समय था लेकिन उन्होंने समय सीमा से पहले ही इसे खाली दिया। पूर्व चीफ जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए थे।
नई दिल्ली: पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने रिटायर होने के दो दिन बाद ही सरकारी बंगला खाली कर दिया है। गोगोई के पास बंगला खाली करने के लिए एक महीना का समय था लेकिन उन्होंने समय सीमा से पहले ही इसे खाली दिया। पूर्व चीफ जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए थे। गोगोई को उनके कार्यकाल के दौरान राजधानी दिल्ली के 5 कृष्ण मेनन मार्ग पर बंगला दिया गया था।
गोगोई रिटायरमेंट के दो दिन बाद ही बंगला खाली करने वाले पहले चीफ जस्टिस हो गए हैं, उनसे पहले पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने रिटायरमेंट के बाद सबसे जल्दी बंगला खाली कर दिया था। बता दें कि रिटायरमेंट से पहले रंजन गोगोई ने अयोध्या मंदिर के जमीनी विवाद पर ऐतिहासिक फैसला दिया था। गोगोई ने रिटायरमेंट से पहले कई महत्वपूर्ण मुद्दो पर फैसला सुनाया जैसे-राफेल डील और सबरीमाला मंदिर आदि। रंजन गोगोई की जगह जस्टिस एसए बोबड़े देश के नए चीफ जस्टिस बने हैं।