Edited By vasudha,Updated: 26 Jul, 2020 08:51 AM
कोरोना काल ने लोगों का जीवन तहस नहस। बिमारी के साथ साथ लोगों को नौकरी जाने का भी डर सता रहा है। इसी डर ने एक परिवार को बर्बाद कर दिया। कहीं नौकरी ना चली जाए इसी चिंता में एक शख्स ने अपनी बेटी और पत्नी सहित आत्महत्या कर ली...
नेशनल डेस्क: कोरोना काल ने लोगों का जीवन तहस नहस। बिमारी के साथ साथ लोगों को नौकरी जाने का भी डर सता रहा है। इसी डर ने एक परिवार को बर्बाद कर दिया। कहीं नौकरी ना चली जाए इसी चिंता में एक शख्स ने अपनी बेटी और पत्नी सहित आत्महत्या कर ली।
यह दर्दनाक घटना का गवाह बना है कर्नाटक का धारवाड़ जिला। यहां रहने वाले 36 साल के मोनेश पट्टारा ने पहले अपनी 28 साल की पत्नी अर्पिता और चार साल की बेटी शुक्रिता को जहर खिलाया और इसके बाद खुद भी मौत को गले लगा लिया।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसे लेकर जांच पड़ताल जारी है। मोनेश के घर के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्हें अपनी नौकरी जाने का डर सता रहा था जिसकी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।
मोनेश एक निजी कंपनी में काम करते थे, पिछले कुछ दिनों से वह अपनी नौकरी को लेकर परेशान थे। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी के शव को कब्जे में लेकर परिजनों को इसकी जानकारी दी गई है। इसके अलावा शवों का पोस्टमॉर्टम कराने के साथ कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है।