Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Jan, 2021 05:58 PM
दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा 5जी का मूल नेटवर्क भारतीय होगा। मंत्री ने कहा कि 5जी के लिए परीक्षण का मंच (टेस्टबेड) तैयार है और परीक्षणों के लिए जल्द मंजूरी देगी सरकार। दूरसंचार विभाग ने पहले 5जी का परीक्षण 2019 में शुरू करने और अगली पीढ़ी...
नेशनल डेस्क: दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि 5जी का मूल नेटवर्क भारतीय होगा। उन्होंने कहा कि देश में बने दूरसंचार उपकरणों के जरिये भारत अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी की ओर तेजी से बढ़ेगा। मंत्री ने कहा कि 5जी के लिए परीक्षण का मंच (टेस्टबेड) तैयार है। सरकार परीक्षणों के लिए जल्द मंजूरी देगी।
प्रसाद ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र सेवा संस्थान (एनआईसीएसआई) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम 2जी, 3जी और 4जी में पिछड़ गए, लेकिन भारतीय 5जी के जरिये भारत 5जी में तेजी से आगे बढ़ेगा। हमने परीक्षण का मंच तैयार कर लिया है और हम इसकी जल्द अनुमति देंगे। मुख्य नेटवर्क भारतीय होगा।' दूरसंचार विभाग ने पहले 5जी का परीक्षण 2019 में शुरू करने और अगली पीढ़ी की सेवाएं 2020 में शुरू करने का लक्ष्य रखा था। हालांकि, 5जी के लिए कुछ स्पेक्ट्रम पर रक्षा मंत्रालय और अंतरिक्ष विभाग के दावों की वजह से इसमें देरी हुई।
उद्योग के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 100 से अधिक वाणिज्यिक 5जी नेटवर्क शुरू हो चुके हैं। प्रसाद ने कहा कि 5जी बदलाव लाने वाली प्रौद्योगिकी होगी और इससे काफी नए रास्ते खुलेंगे। मंत्री ने कहा, ‘मैं अन्य ऑपरेटरों सहित निजी क्षेत्र के सभी ऑपरेटरों, एनआईसीएसआई से आग्रह करता हूं कि वे 5जी के उभरते तौर-तरीकों को समझें, उन्हें अपनाएं और नवोन्मेषण करें। 5जी सिर्फ संचार प्रौद्योगिकी नहीं है, बल्कि यह बदलाव लाने वाली प्रौद्योगिकी है और इससे नए रास्ते खुलेंगे।' प्रसाद ने कहा कि वह भारत को शीर्ष डेटा अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं।