Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Apr, 2024 05:43 PM
दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी (आप) में दलितों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए बुधवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और पार्टी छोड़ दी।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी (आप) में दलितों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए बुधवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और पार्टी छोड़ दी। समाज कल्याण समेत विभिन्न विभाग संभालने वाले आनंद ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि ‘आप' के शीर्ष नेताओं में कोई दलित नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पार्टी दलित विधायकों, पार्षदों और मंत्रियों का सम्मान नहीं करती। ऐसे में सभी दलित ठगा हुआ महसूस करते हैं। हम एक समावेशी समाज में रहते हैं, लेकिन अनुपात के बारे में बात करना गलत नहीं है। इन सभी चीजों के साथ मेरे लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल है। इसलिए मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं।” उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया। केजरीवाल आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद तिहाड़ जेल में हैं।
पटेल नगर सीट से विधायक आनंद ने कहा, "जंतर मंतर से, अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलते ही देश बदल जाएगा। राजनीति नहीं बदली है, लेकिन राजनीतिज्ञ बदल गए हैं।" अपने इस्तीफे के समय के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आनंद ने कहा, "समय की बात रहने दीजिए। कल तक हम यही समझ रहे थे कि हमें फंसाया जा रहा है, लेकिन उच्च न्यायालय के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि हमारी ओर से कुछ गड़बड़ है।" दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को केजरीवाल की गिरफ्तारी और उसके बाद हिरासत को बरकरार रखते हुए कहा था कि बार-बार समन जारी करने और जांच में शामिल होने से इनकार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास "थोड़ा विकल्प" बचा था।