Edited By Yaspal,Updated: 14 Dec, 2020 08:10 PM
रिलायंस जियो ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से वोडा-आइडिया और एयरटेल की किसान आंदोलन की आड़ में उसके उपभोक्ताओं को अनैतिक तरीके से अपनी ओर खींचने और उसकी छवि शिकायत की है। ट्राई सचिव एस के गुप्ता को लिखे पत्र में रिलायंस जियो ने...
नई दिल्लीः रिलायंस जियो ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से वोडा-आइडिया और एयरटेल की किसान आंदोलन की आड़ में उसके उपभोक्ताओं को अनैतिक तरीके से अपनी ओर खींचने और उसकी छवि शिकायत की है। ट्राई सचिव एस के गुप्ता को लिखे पत्र में रिलायंस जियो ने वोडा-आइडिया और एयरटेल को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि दोनों कंपनियों ने प्राधिकरण के नियमों का उल्लंधन किया है। रिलायंस जियो का आरोप है कि वोडा-आइडिया और एयरटेल पंजाब के किसान आंदोलन का फायदा उठा रहे हैं।
जियो ने खत में आरोप लगाया गया है कि वोडा-आइडिया और एयरटेल उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में ग्राहकों को अपनी तरफ खींचने के लिए अनैतिक रास्ते अपना रहें हैं। किसान आंदोलन से उपजे आक्रोश का फायदा उठाने के लिए यह कंपनियां झूठे प्रचार का सहारा ले रही हैं। रिलायंस जियो का कहना है कि 28 सितंबर को भी उसने ट्राई को लिखे एक पत्र में आपत्ति दर्ज कराई थी, पर इसके बावजूद दोनों कंपनियां कानून को ढेंगा दिखा कर अपने नकारात्मक प्रचार पर कायम हैं।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि यह दोनों प्रतिद्वंदी कंपनियां अपने कर्मचारियों, एजेंट्स और रिटेलर्स के जरिए रिलायंस के विरूद्ध नकारात्मक अभियान चला रही हैं। ग्राहकों को गलत तरीके से ललचा कर रिलायंस जियो से पोटर् कराने की कोशिशों का भी जियो ने विरोध किया है। एयरटेल और वोडा-आइडिया ग्राहकों को किस तरह गुमराह कर रहे हैं इसके फोटो और वीडियो सूबूत भी रिलांयस जियो ने ट्राई को सौंपे हैं।
वोडा-आइडिया और एयरटेल अपने को किसानों का हितैषी और रिलायंस जियो को किसान विरोधी बता कर आंदोलन को हवा देने का काम कर रहीं है। रिलायंस जियो ने आरोप लगाया है कि दोनों कंपनियां पूरे देश में जियो के विरूद्ध झूठा प्रचार करने में लगी हैं। इससे रिलायंस जियो की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।