Edited By Pardeep,Updated: 23 Mar, 2019 05:25 AM
वी.आई.पी. सीट अमेठी में एक बार फिर स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को टक्कर देंगी। भाजपा ने कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ स्मृति ईरानी को उम्मीदवार बनाया है। पिछले लोकसभा चुनाव के समय से ही भाजपा ने अपनी नजर राहुल...
नई दिल्ली: वी.आई.पी. सीट अमेठी में एक बार फिर स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को टक्कर देंगी। भाजपा ने कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ स्मृति ईरानी को उम्मीदवार बनाया है। पिछले लोकसभा चुनाव के समय से ही भाजपा ने अपनी नजर राहुल गांधी की अमेठी सीट पर गड़ा दी थी। 2014 लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भी भाजपा के कई कद्दावर नेता, स्मृति ईरानी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सीट का कई बार दौरा कर चुके हैं।
अमेठी में अब तक 2 बार छोड़ा हाथ ने कांग्रेस का साथ
वर्ष |
विजेता |
उपविजेता |
1967 |
विद्याधर वाजपेयी (कांग्रेस) |
गोकुल प्रसाद पाठक (जनसंघ) |
1971 |
विद्याधर वाजपेयी (कांग्रेस) |
गोकुल प्रसाद पाठक (जनसंघ) |
1977 |
रवींद्र प्रताप सिंह (जनता पार्टी) |
संजय गांधी (कांग्रेस) |
1980 |
संजय गांधी (कांग्रेस) |
रवींद्र प्रताप सिंह (जनता पार्टी) |
1981 |
राजीव गांधी (कांग्रेस) |
शरद यादव (लोकदल) |
1984 |
राजीव गांधी (कांग्रेस) |
मेनका गांधी (निर्दलीय) |
1989 |
राजीव गांधी (कांग्रेस) |
राजमोहन गांधी (जनता दल) |
1991 |
राजीव गांधी (कांग्रेस) |
रवींद्र प्रताप (भाजपा) |
1991 |
उपचुनाव सतीश शर्मा (कांग्रेस) |
मदन मोहन सिंह (भाजपा) |
1996 |
कैप्टन सतीश शर्मा (कांग्रेस) |
राजा मोहन सिंह (भाजपा) |
1998 |
संजय सिंह (भाजपा) |
सतीश शर्मा (कांग्रेस) |
1999 |
सोनिया गांधी (कांग्रेस) |
संजय सिंह (भाजपा) |
2004 |
राहुल गांधी (कांग्रेस) |
चंद्र प्रकाश मटियारी (बसपा) |
2009 |
राहुल गांधी (कांग्रेस) |
आशीष शुक्ला (बसपा) |
2014 |
राहुल गांधी (कांग्रेस) |
स्मृति ईरानी (भाजपा) |
पिछले लोकसभा चुनाव में किसको कितने वोट
राहुल गांधी |
(कांग्रेस) |
4,08,651 वोट |
स्मृति ईरानी |
(भाजपा) |
3,00,748 वोट |
कुमार विश्वास |
(आप) |
25,527 वोट |
इस बार मुकाबला ‘कामदार’ बनाम ‘नामदार’
‘‘राहुल गांधी के लिए दीवार पर नतीजा लिखा हुआ है। अमेठी में इस बार मुकाबला ‘कामदार’ बनाम ‘नामदार’ के बीच है। अमेठी के लोगों की दिक्कतों को सुनने और उन्हें दूर करने के लिए राहुल गांधी को कभी समय नहीं मिला जबकि मैंने पिछले 5 साल में वहां के लोगों के साथ ज्यादातर वक्त गुजारा है। जिन गरीबों ने अपने मत देकर राहुल गांधी को सांसद बनाया, उन्हें ही कांग्रेस अध्यक्ष ने छला है। सपा और बसपा का अमेठी से प्रत्याशी न उतारना साबित करता है कि चुनाव में कांग्रेस की हालत क्या होने वाली है।’’ -स्मृति ईरानी