Edited By ,Updated: 09 Feb, 2015 08:41 PM

इलाहाबाद में शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल दलितों की जमकर तारीफ की।
नई दिल्ली: इलाहाबाद में शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल दलितों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम शासकों की प्रताडऩा के बावजूद दलितों ने हिंदू धर्म नहीं छोड़ा। इस समुदाय ने कभी गुलामी को स्वीकार नहीं किया।
बद्रीकाश्रम के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती की मौजूदगी में सिंघल ने कहा, 'अन्य स्वयंसेवियों कीतरह बाल्मिीकि और सोनकर समुदाय के लोगों के साथ भी समान और शिष्ठ व्यवहार होना चाहिए। लोग भले ही उन्हें गिरी हुई भावना से देखते हों, लेकिन वह भी धार्मिक योद्धा हैं। असल में इस समुदाय के लोग उच्च हिन्दू जाति के हिन्दू हैं क्योंकि उन्होंने भी मुस्लिम शासकों की गुलामी को मंजूर नही किया।'
इतना ही सिंघल ने कहा कि लाख प्रताडऩा को सहते हुए सोनकर और बाल्मिीकि समुदाय ने हिन्दू धर्म को नहीं छोड़ा। इन लोगों को खूब दबाया गया और इसी का कारण है कि ये समाज में काफी पिछड़ गए।