Edited By ,Updated: 20 Mar, 2015 11:50 AM
समाज में बेटियां, बेटों की तरह मां-पिता का नाम रोशन कर रही हैं तो भी उनके जन्म पर हिचकिचाहट क्यों।
अंबाला: समाज में बेटियां, बेटों की तरह मां-पिता का नाम रोशन कर रही हैं तो भी उनके जन्म पर हिचकिचाहट क्यों। बेटियों को कैसे आगे बढ़ाना है। इसके बारे में सबको सोचना चाहिए।
हरियाणा के अंबाला की रहने वाली इस लड़की ने अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है। 13 साल की नवज्योति की दास्तान सुनकर सभी ने उसके जज्बे काे दिल से सलाम किया।
आपको बता दें, नवज्योति भले ही चलने फिरने में असमर्थ होे, परंतु वह कई ऐसे लोगों के लिए मिसाल है जो सब कुछ सही सलामत और सुविधा संपन्न होते हुए भी अपने सपने और अरमान पूरे नहीं कर पाते।
नवज्योति को जब भी मैया यशोदा ये तेरा कन्हैया गीत सुनाई देता है तो उसका मन थिरकने को हो उठता है। उसे पंचकूला में राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में पहला और उड़ीसा में हुई नैशनल चैंपियनशिप में तीसरा पुरस्कार दिया गया था। कैबिनेट मंत्री अनिल विज के प्रयासों के बाद इसी साल 26 जनवरी को नवज्योति को सिटी के पुलिस लाइन मैदान में विधानसभा के स्पीकर कंवरपाल गुर्जर भी सम्मानित कर चुके हैं।
नवज्योति के पिता अशोक कुमार बोले, बेटी हमारी शान है। उनका कहना है कि नवज्योति की प्रतिभा का हर कोई कायल है। पूरे परिवार को उसकी प्रतिभा पर नाज है। यूं तो बेटा नवरतन भी पढ़ने लिखने में अच्छा है पर बेटी नवज्योति की तो बात ही अलग है। नवज्योति के दादा जगदीश और दादी सुदेश तो उस पर गर्व करते हैं।