Edited By ,Updated: 27 Mar, 2015 10:49 PM
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुड़दंगी माहौल को देखकर दर्शक दीर्घा में मौजूद 50 से अधिक स्कूली छात्र ‘‘हतोत्साहित’’ हो गए, जबकि शिक्षा मंत्री नईम ...
जम्मू. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुड़दंगी माहौल को देखकर दर्शक दीर्घा में मौजूद 50 से अधिक स्कूली छात्र ‘‘हतोत्साहित’’ हो गए, जबकि शिक्षा मंत्री नईम अख्तर भी इससे हताश होकर रो पड़े और बच्चों को सदन की कार्रवाई दिखाने के लिए लाने के अपने फैसले पर उन्हें ‘‘अफसोस’’ हुआ। जैसे ही सुबह सदन की बैठक शुरू हुई विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस विधायकों ने कार्रवाई को बाधित करना शुरू कर दिया। ये सदस्य राज्य को उर्जा परियोजनाओं के हस्तांतरण के मुद्दे पर सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रहे थे। स्पीकर ने मार्शलों को कुछ सदस्यों को बाहर ले जाने का भी निर्देश दिया। शिक्षा मंत्री अख्तर ने विपक्षी सदस्यों से कार्रवाई को चलने देने की अपील की लेकिन विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा।
नईम अख्तर ने सदन में कहा कि कृपया शांत हो जाइए और मुझे इन बच्चों के मुद्दे पर बोलने दें जो यहां उनके भविष्य से संबंधित मुद्दे पर होने वाली चर्चा को सुनने के लिए यहां आए हैं। जब ये लोग यहां से लौटेंगे तो अपने साथ कैसा अनुभव लेकर जाएंगे। बाद में जब स्पीकर कविन्द्र गुप्ता ने कार्रवाई स्थगित कर दी तो अख्तर मीडिया से बात करते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि हम सदन की कार्रवाई बच्चों को दिखाने के लिए उन्हें यहां लाए थे। हम उन्हें यह दिखाना चाहते थे कि हम कैसे शिक्षा सेक्टर के लिए नीतियां बनाते हैं । विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से मैं वाकई निराश हुआ हूं ।
उधर छात्रों ने कहा कि उन्होंने कभी भी उम्मीद नहीं की थी कि विधायक एेसा व्यवहार करेंगे। गवर्नमेंट गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल मुबारक मंडी की छात्रा कृतिका शर्मा ने कहा कि आज हमने जो देखा उससे हम हतोत्साहित और निराश महसूस कर रहे हैं।