Edited By ,Updated: 03 May, 2015 04:45 PM
आज अंतर्राष्ट्रीय प्रैस स्वतंत्रता दिवस है। प्रैस को समाज का आइना माना जा हैं क्योंकि ये एक ऐसा जरिया जिसके माध्यम से आम आदमी अपनी बात को नेताओं तक पहुंचा सकते हैं।
नई दिल्ली: आज अंतर्राष्ट्रीय प्रैस स्वतंत्रता दिवस है। प्रैस को समाज का आइना माना जा हैं क्योंकि ये एक ऐसा जरिया जिसके माध्यम से आम आदमी अपनी बात को नेताओं तक पहुंचा सकता है। मीडिया आमजन की आवाज होती है, जिसे हर किसी को सुनना ही पड़ता है और लोगों की समस्याओं को हल करने के समाधान भी ढूंढने पड़ते हैं।
मीडिया की वजह से आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं, जहां अपनी दुनिया से बाहर निकल कर आसपास घटित होने वाली घटनाओं के इतर दुनियाभर में हो रही घटनाओं से वाकिफ हो जाते हैं। आज हम सिमटे हुए नहीं है, समाचार पत्र, न्यूज टी.वी चैनलों के माध्यम से पूरी दुनिया को अपने ईर्द-गिर्द महसूस करते हैं।
मीडिया का रास्ता इतना आसान नहीं होता जितना दिखता है। इस रास्ते पर चलने वाले लोग अपना सब कुछ दाव पर लगाकर ही निकलते। कई बार तो मीडिया के बारे में बहुत कुछ गलत बोल दिया जाता है जबकि ये गलत है क्योंकि मीडिया वहीं दिखाती है जो सच है।
मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए मीडिया आवश्यक है। आज के समय में तो मीडिया बहुत आगे निकल गया है, कहीं कोई घटना होती है तो सोशल मीडिया से इसकी जानकारी कुछ ही पलों में लोगों तक पहुंची होती है। मीडिया का मकसद सच्चाई से जनता को रू-ब-रू करवाना होता है और उनके हकों की जानकारी देना होता। मीडिया को समाज में अपनी भूमिका अदा करने की छूट होनी चाहिए लेकिन मर्यादा के बीच रहकर।