Edited By ,Updated: 02 Jun, 2015 11:09 AM
आम आदमी पार्टी के लिए एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल,दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अवाम नाम की संस्था ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया था कि पार्टी को मिला दो करोड़ का चंदा फर्जी है।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के लिए एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल,दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अवाम नाम की संस्था ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया था कि पार्टी को मिला दो करोड़ का चंदा फर्जी है। इसी केस में एक न्यूज चैनल ने कुछ दस्तावेजों के साथ नया खुलासा किया है जो पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।
चैनल का दावा है कि उनके पास कुछ ऐसे दस्तावेज हैं जिससे यह बात साबित होती है कि जिस मुकेश कुमार के नाम से आप को पचास लाख रुपये के दो चेक दिए गए हैं उनके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। मुकेश ने इनकम टैक्स विभाग के सामने यह बयान दिया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इनकम टैक्स विभाग को जो दस्तावेज सौंपे गए हैं उनमें पासपोर्ट पर मुकेश कुमार के ही फोटो हैं और चेक पर सिग्नेचर भी मुकेश कुमार का ही है।
हालांकि इस बारे में मुकेश कुमार का कहना है कि सिर्फ चेक पर मेरे द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे जो कि दीपक अग्रवाल को मेरे द्वारा हस्ताक्षरित चेकों का हिस्सा थे जो मैंने उनको ब्लैंक सिग्नेचर करके दिए थे। उन्होंने या उनके किसी नुमाइंदे ने संबंधित पे ऑर्डर बनाने के लिए बैंक को अवैध आवेदन पत्र के साथ दिए होंगे।
बता दें कि ये वही मुकेश कुमार है जो गोल्डमाइन बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड और इन्फोलांस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस लिमिटेड में निदेशक है। आरोप है कि इन्हीं दो कंपनियों ने पचास-पचास लाख रुपये के चंदे का चेक दिया है।