Edited By vasudha,Updated: 18 Oct, 2020 09:56 AM
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भव्य रामलीला की शुरूआत हो गई है। इस रामलीला में सिनेम जगत के कई कलाकार अपने-अपने किरदारों मे नजर आए। भारतीय जनता पार्टी के 2 सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन ने भी इसमें...
नेशनल डेस्क: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भव्य रामलीला की शुरूआत हो गई है। इस रामलीला में सिनेमा जगत के कई कलाकार अपने-अपने किरदारों मे नजर आए। भारतीय जनता पार्टी के 2 सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन ने भी इसमें हिस्सा लिया।
लक्ष्मण किला परिसर में आयोजित रामलीला के लिये भव्य मंच बनाया गया है जो देखते ही बनता है। इस मंच को आकर्षक ढंग से सजाने का काम मुंबई से इवेंट मैनेजर हरिभाई ने किया है। इस रामलीला में भगवान राम की भूमिका निभा रहे हैं कलाकार सोनू डालर व सीता की किरदार में है कविता जोशी। भाजपा सांसद व लोकगायक मनोज तिवारी अंगद का रोल कर रहे हैं तो वहीं भोजपुरी स्टार एवं सांसद रविकिशन भरत की भूमिका में नजर आए। फिल्म स्टार बिंदु दारा सिंह हनुमान, फिल्म स्टार असरानी नारद मुनि, फिल्म स्टार रजा मुराद अहिरावण, फिल्म स्टार शहबाज खान रावण के रूप में नजर आए।
फिल्म स्टार अवतार गिल, सुबाहु और जनक फिल्म स्टार राजेश पुरी सुतीक्ष्ण, निषाद राज, अभिनेत्री रितू शिवपुरी कैकेयी, रेखा राजेश बेदी विभीषण, उनकी बेटी सुलोचना के किरदार में नजर आयेंगी। उन्होंने बताया कि फिल्म स्टार सुरेन्द्र पाल सिंह भी विभिन्न किरदारों में नजर आयेंगे। अयोध्या के रामलीला के मंचन में दर्शकों को आने की स्वीकृति नहीं है। रामलीला को सिर्फ सेटेलाइट और यूट्यूब चैनल तथा अन्य सोशल मीडिया पर 17 से 15 अक्टूबर तक शाम सात बजे से दस बजे तक दिखाया जायेगा, और रामलीला समाप्त होने के बाद रिकाडर् करके चौदह भाषाओं में कन्वटर् करके यूट्यूब पर दिखाया जायेगा।
यहां भगवान के वन गमन मार्ग पर पडऩे वाले तीर्थों से लाई गयी मिट्टी के अंशों से प्रभु श्रीराम की खूबसूरत प्रतिमा बनायी गयी है। यह आयोजन समिति का कहना है कि मंचन के अंतिम दिन भगवान की प्रतिमा का मां सरयू के पुण्य सलिला में विसर्जन कर दिया जायेगा। मूर्ति का निर्माण शिल्पकार नरेश कुमाऊत ने किया है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दुर्गा पूजा और रामलीला सार्वतजनिक स्थानों पर रोक लगा दिया है।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में 112 जगहों पर रामलीला का मंचन और करीब एक हजार जगहों पर मां दुर्गा का पंडाल सजा करके भव्य रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ करता था, परन्तु कोरोना के होने के नाते प्रशासन ने सभी जनता से कहा है कि यह लोग अपने-अपने घरों में मां दुर्गा की पूजा और आरती करें, जिससे इस महामारी को जड़ से मिटाया जा सके।