शनि प्रियंका को राजनीति के शिखर पर लेकर जाएंगे!

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Feb, 2019 11:46 AM

astrological prediction of priyanka gandhi

कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को दिल्ली में मिथुन लग्र में हुआ था। मिथुन लग्र का स्वामी बुध ग्रह है इसलिए ऐसे जातक बुद्धिमान, चालाक, राजनीतिक सूझ-बूझ

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जालन्धर (धवन): कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को दिल्ली में मिथुन लग्र में हुआ था। मिथुन लग्र का स्वामी बुध ग्रह है इसलिए ऐसे जातक बुद्धिमान, चालाक, राजनीतिक सूझ-बूझ रखने वाले तथा दूसरे के मन की बात को जानने वाले होते हैं। देश के प्रमुख ज्योतिषी इंद्रजीत साहनी के अनुसार लग्र का उप नक्षत्र स्वामी बृहस्पति ग्रह है। ज्योतिष में बृहस्पति को एक बड़ा ग्रह माना जाता है।PunjabKesariउन्होंने कहा कि प्रियंका तथा उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की कुंडलियों में मंगल तथा शुक्र का अद्भुत संयोग है। प्रियंका की कुंडली में लग्र में राहू तथा सातवें घर में केतु 7 मार्च को प्रवेश कर जाएंगे इसीलिए सरकार की तरफ से राबर्ट वाड्रा को सरकारी केसों में मुश्किलें पेश आ रही हैं।

PunjabKesari प्रियंका की कुंडली में लग्नेश बुध है इसलिए वह बड़े नेताओं का पूरा आदर-सम्मान करती हैं। शुक्र प्रियंका की कुंडली में डिग्रियों के हिसाब से 8वें घर में चला जाता है तथा वह आगे मंगल के नक्षत्र में है जोकि 10वें घर में है इसीलिए प्रियंका को पारिवारिक तौर पर पृष्ठभूमि में सत्ता मिली आ रही है। प्रियंका में 8वें व 10वें घर के संयोग के कारण प्रबंधकीय कौशल भी मौजूद हैं। 

PunjabKesariप्रियंका शुक्र महादशा में 20 जनवरी 2004 से गुजर रही हैं। आरंभ में उनकी प्राथमिकताएं पांचवें व 7वें घर से जुड़ी रहीं अर्थात पति व बच्चों के प्रति प्रियंका समर्पित रहीं। आधी महादशा गुजर जाने के बाद प्रियंका ने राजनीति में प्रवेश किया। शुक्र उनकी कुंडली में चौथे, 10वें व 11वें भाव को इंगित करता है तथा वह 7वें तथा 11वें का स्टार लॉर्ड है। शुक्र 5वें व 12वें घर का मालिक होकर 8वें में है।

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प्रियंका इस समय शुक्र महादशा में शनि अंतर्दशा से गुजर रही हैं जोकि 23 नवम्बर 2020 तक रहेगी। शनि की अगर डिग्रियों को देखा जाए तो वह 11वें भाव में आ जाता है तथा सूर्य के नक्षत्र में है। शनि जिस घर में बैठता है उस घर की रक्षा करता है इसलिए प्रियंका अपने बड़े भाई राहुल गांधी की योजनाओं को आगे ले जाने में सहायक सिद्ध होंगी। प्रियंका अपनी व अपने घर की परवाह किए बिना राहुल के लिए जी-जान से कार्य करेंगी। शनि धीरे-धीरे फल देता है। PunjabKesariएक राशि में शनि अढ़ाई से तीन वर्ष तक रहता है इसलिए इसके अच्छे नतीजे भी चाहे देरी से मिलते हैं लेकिन अंतिम परिणाम शुभ होते हैं। 20 मई, 2022 से जब शनि गोचर में कुंभ राशि में होगा तो प्रियंका की राजनीति का डंका पूरे देश में जोरदार तरीके से बजेगा।

कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !

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