Edited By vasudha,Updated: 02 May, 2018 12:57 PM
आंध्र प्रदेश के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को एक चपरासी को गिरफ्तार किया है जो 100 करोड़ रूपस से अधिक संपत्ति का मालिक है। नेल्लोर परिवहन विभाग में महज 40 हजार रुपये महीने की सैलरी वाले चपरासी के पास करोड़ो की गैरकानूनी संपत्ति है...
नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को एक चपरासी को गिरफ्तार किया है जो 100 करोड़ रूपस से अधिक संपत्ति का मालिक है। नेल्लोर परिवहन विभाग में महज 40 हजार रुपये महीने की सैलरी वाले चपरासी के पास करोड़ो की गैरकानूनी संपत्ति है। 18वां प्लाट खरीदते ही एसीबी के निशाने पर आ गया। जिसके बाद उसके दो मंजिला घर पर छापा मारा गया।
जानकारी के अनुसार ACB अधिकारियों ने मंगलवार को 55 वर्षीय के. नरसिम्हा रेड्डी के घर सहित छह स्थानों पर छापा मारा गया जिस दौरान रेड्डी, उसकी पत्नी और परिजनों के नाम 18 प्लॉट के कागजात मिले। इसके अलावा उसके पास 7.70 लाख रुपये की नकदी, बैंक खातों में जमा 20 लाख रुपए, 2 किलो सोने के जेवरात, एलआईसी में 1 करोड़ से ज्यादा का जमा और 50 एकड़ खेती के जमीन का पता चला। वह नेल्लूर शहर के एमवी अग्रहारम में 3,300 वर्ग फुट के दोमंजिला पेंटहाउस में रहता था।
नरसिम्हा रेड्डी ने 22 अक्टूबर, 1984 को एक अटेंडेंट की सरकरी नौकरी शुरु की थी। उस वक्त उसकी तनख्वाह 650 रु प्रति माह थी। वो नेल्लोर परिवहन विभाग में 34 साल से नौकरी कर रहा है। अफसर के मुताबिक उसने नेल्लोर में 1992 से प्लॉट खरीदने शुरू कर दिए थे। वो 3,300 वर्ग फीट की बिल्डिंग में एमवी अग्रहरम में रहता है। वह जांच के दायरे में पहली बार तब आया जब उसने 7 किग्रा से अधिक के चांदी के सामानों का ऑर्डर दिया और विजयवाड़ा के शोरूम से सोने के गहने भी खरीदे। हालांकि रेड्डी ने लोगों का काम करने के बदले घुस लेने के आरोपों को खारिज कर दिया है।