Edited By Parminder Kaur,Updated: 02 Apr, 2024 12:01 PM
विमान यात्रियों को विमान में बैठने के बाद अधिक समय तक उड़ान के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उड़ान की रवानगी में अधिक देरी होने पर यात्री एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट का इस्तेमाल कर विमान से बाहर निकल सकेंगे। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने नए...
नेशनल डेस्क. विमान यात्रियों को विमान में बैठने के बाद अधिक समय तक उड़ान के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उड़ान की रवानगी में अधिक देरी होने पर यात्री एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट का इस्तेमाल कर विमान से बाहर निकल सकेंगे। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने नए दिशानिर्देश में इसकी अनुमति दे दी है। उड़ान में कई घंटों की देरी की शिकायतों के मद्देनजर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
बीसीएएस के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने सोमवार को कहा कि 30 मार्च को एयरलाइन कंपनियों और एयरपोर्ट संचालकों को दिशानिर्देश दिए गए। ये दिशानिर्देश लागू हो चुके हैं। इनसे यात्रियों की परेशानी कम होगी। बोर्डिंग के बाद उड़ान में अधिक देरी होने और अन्य आपात स्थिति में यात्रियों को संबंधित एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट से बाहर निकलने की अनुमति होगी। हालांकि यह नहीं बताया है कि कितनी देरी होने पर बाहर निकलने की अनुमति होगी।
यात्रियों को विमान से उतारने और उन्हें फिर से बोर्डिंग एरिया में लाने का निर्णय संबंधित एयरलाइंस और सुरक्षा एजेंसियां लेंगी। आम तौर पर खराब मौसम, मेडिकल इमरजेंसी या तकनीकी कारणों से उड़ान में देरी होती है। ऐसी स्थिति में यात्रियों को बोर्डिंग क्षेत्र में वापस लाया जाएगा। संबंधित समस्या के समाधान के बाद फिर से बोर्डिंग करवाई जाएगी। तकनीकी समस्या की स्थिति में दूसरे विमान की व्यवस्था करना पड़ी तो यात्रियों का सामान नए विमान में शिफ्ट किया जाएगा। एयरपोर्ट संचालकों को सुरक्षा जांच सहित बुनियादी ढांचे की व्यवस्था करनी होगी।
हसन ने आगे कहा कि यात्रियों की सहूलियत के लिए एयरपोटों पर स्मार्ट सुरक्षा लेन बनाई जाएगी। देश में घरेलू हवाई यातायात तेजी से बढ़ रहा है। प्रतिदिन लगभग 3,500 उड़ानें संचालित की जाती हैं। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फुल-बाडी र स्कैनर इस महीने चालू होने की उम्मीद है।