Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Oct, 2018 01:33 PM
मिशन 2019 के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अभी से कमर कस ली है। जहां कांग्रेस फिर से सत्ता में आने की जद्दोजहद कर रही है वहीं भाजपा हाथ आई सत्ता को गंवाना नहीं चाहती है। इसलिए भाजपा मां दुर्गा की शरण में पहुंच गई है।
कोलकाता: मिशन 2019 के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अभी से कमर कस ली है। जहां कांग्रेस फिर से सत्ता में आने की जद्दोजहद कर रही है वहीं भाजपा हाथ आई सत्ता को गंवाना नहीं चाहती है। इसलिए भाजपा मां दुर्गा की शरण में पहुंच गई है। इन दिनों नवरात्रों में पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े पर्व दुर्गा पूजा को देखते हुए भाजपा ने आम लोगों तक पहुंचने की तरकीब निकाली है। भाजपा ने राज्य में पूजा के दौरान पंडालों के आसपास तकरीबन 3000 बुकस्टॉल लगाने का फैसला किया है जिसमें पार्टी की विचारधारा पर आधारित कई पुस्तकें प्रदर्शित की जाएंगी।
भाजपा की विचारधारी की किताबों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जनसंघ से जुड़ी कई किताबें भी इन स्टॉलों पर नजर आएंगी। इसके साथ ही राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी), नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर सामग्री प्रदर्शित कर लोगों को विवादास्पद मुद्दों से अवगत कराया जाएगा। भाजपा के प्रदेश महासचिव सायंतन बसु ने बताया कि इस साल, समूचे राज्य में तकरीबन 3,000 बुकस्टॉल लगाए जाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के मुताबिक प्रदेश भाजपा के इतिहास में इस बार दुर्गा पूजा में सबसे ज्यादा स्टॉल होंगे।
उन्होंने कहा कि पहले हमारा संगठन उतना मजबूत नहीं था कि हम पूजा पंडालों के बाहर स्टॉल लगा सकें। लेकिन चीजें बदली हैं तथा हमारी पार्टी के साथ और लोग जुड़ते जा रहे हैं। घोष ने कहा कि हम इस (मंच) के जरिए तृणमूल कांग्रेस के दुष्प्रचार की काट के लिए असम में एनआरसी और इसके राज्य तथा देश हित में होने के बारे में बताएंगे। हम तृणमूल कांग्रेस सरकार के कुशासन और हिंसा पर तथा पिछले साढ़े चार साल में मोदी सरकार के किए गए कार्यों पर आलेख भी जारी करेंगे।