Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 08:36 PM
गुजरात में 22 साल से सत्तारूढ भाजपा ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार की समय सीमा समाप्त होने तक तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया। कांग्रेस ने गत चार दिसंबर को अपना घोषणा पत्र जारी किया था जिसमें किसानों की कर्ज माफी, पेट्रोल...
गांधीनगर: गुजरात में 22 साल से सत्तारूढ भाजपा ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार की समय सीमा समाप्त होने तक तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया। कांग्रेस ने गत चार दिसंबर को अपना घोषणा पत्र जारी किया था जिसमें किसानों की कर्ज माफी, पेट्रोल डीजल की कीमत 10 रुपए प्रति लीटर तक घटाने और पाटीदार समेत गैर आरक्षित वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए आरक्षण समेत कई लोकलुभावन वायदे किए गए थे।
समझा जा रहा था कि भाजपा भी अपना घोषणा पत्र गुरुवार को चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के पहले जारी कर देगी पर इसने ऐसा नहीं किया। समझा जा रहा है कि घोषणा पत्र को लेकर भाजपा के समक्ष आगे कुंआ पीछे खाई जैसी स्थिति है। भाजपा इसमें कौन से मुद्दे शामिल करे इस पर गहन मंथन जारी है। वह इस बात को लेकर सतर्क है कि इसमें ऐसे मुद्दे शामिल नहीं होने चाहिए जिससे विकास के इसके मुय नारे और दावे तथा 2012 में पिछली बार घोषणा पत्र में किए गए वायदों पर सवाल खड़े हों।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भाजपा का घोषणा पत्र जारी नहीं होने पर ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा ने मतदाताओं के समक्ष घोषणा पत्र पेश करने की भी जरूरत नहीं समझी। ऐसा इसलिए है कि क्योंकि विकास उनके एजेंडे पर कभी नहीं था। वे पिछले घोषणा पत्र के वायदों को जवाब देना नहीं चाहते और उनको पता लग गया है कि उनकी हार पक्की है। ज्ञातव्य है कि राज्य में दो चरणों में नौ और 14 दिसंबर को चुनाव होना है। पहले चरण के लिए प्रचार की समय सीमा आज शाम पांच बजे समाप्त हो गई।