Edited By vasudha,Updated: 30 Jun, 2018 03:16 PM
राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन के लिए 16 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के बाद सत्तारूढ़ भाजपा महाराष्ट्र विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बन जएगी । चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पिछले सप्ताह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 ईएमएलए (विधायकों द्वारा...
नेशनल डेस्क: राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन के लिए 16 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के बाद सत्तारूढ़ भाजपा महाराष्ट्र विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बन जएगी । चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पिछले सप्ताह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 ईएमएलए (विधायकों द्वारा निर्वाचित) के चुनाव की घोषणा की है। जिन 11 सदस्यों की सदस्यता 27 जुलाई को समाप्त हो रही है उसमें से चार राकांपा से, तीन कांग्रेस , दो भाजपा और एक- एक शिवसेना एवं शेतकरी कामगार पक्ष (पीडब्ल्यूपी) के सदस्य हैं।
भाजपा जीत सकती है 5 सीटें
विधानसभा में संख्या बल के आधार पर भाजपा आसानी से पांच और शिवसेना तीन सीट जीत सकती है जबकि कांग्रेस और राकांपा एक-एक सीट जीत सकती है तथा साथ ही पीडब्ल्यूपी के निर्वतमान विधान पार्षद जयंत पाटिल को अपनी सीट बचाये रखने में मदद भी कर सकती है। इस समय 78 सदस्यीय विधान परिषद में राकांपा के 20, कांग्रेस के 18, भाजपा के 20, शिवसेना के 11, जदयू के एक, पीडब्ल्यूपीआई के एक, पीआरपी के एक और छह निर्दलीय हैं।
16 जुलाई को होंगे मतदान
निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन दाखिल करने का अंतिम तिथि पांच जुलाई है। छह जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और नौ जुलाई तक नामांकन पत्र वापस लिया जा सकेगा। 16 जुलाई को मतदान कराया जाएगा और उसी दिन शाम में मतों की गिनती और परिणाम की घोषणा की जाएगी।