Edited By Yaspal,Updated: 13 Jul, 2020 05:25 PM
राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार संकट के दौर से गुजर रही है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में गहलोत सरकार से बहुमत साबित करने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी के आईटी हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि जिस स्थिति में राजस्थान सरकार है,...
जयपुरः राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार संकट के दौर से गुजर रही है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में गहलोत सरकार से बहुमत साबित करने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी के आईटी हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि जिस स्थिति में राजस्थान सरकार है, अशोक गहलोत को तुरंत फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाना होगा, उन्हें बहुमत साबित करना होगा, राजस्थान को इस ड्रामे से बचाना होगा और सरकार को आगे चलाना होगा। मालवीय ने कहा कि अगर वह अपने विधायकों को एक रिसॉर्ट में भेज रहे हैं, तो स्पष्ट रूप से उनके पास संख्या नहीं है और यह केवल देरी कर रहे हैं।
बता दें कि सोमवार को जयपुर अशोक गहलोत के निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 107 विधायक इस बैठक में शामिल हुए हैं। एजेंसी के मुताबिक बैठक से बाहर निकले एक विधायक ने कहा,- "आल इज़ वेल।" सरकार में बने रहने के लिए अशोक गहलोत को 101 विधायकों का समर्थन चाहिए। गहलोत सरकार के मंत्रियों ने दावा किया है कि उनके पास 115 विधायकों का समर्थन है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान और अशोक गहलोत में पूरा भरोसा जताया। इन विधायकों ने कांग्रेस सरकार या पार्टी विरोधी गतिविधि में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लिप्त विधायकों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का प्रस्ताव पारित किया है। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव के बहाने सचिन पायलट को कड़ा संदेश देने की कोशिश भी गहलोत समर्थकों की ओर से की गई है।