Edited By Seema Sharma,Updated: 24 Nov, 2019 09:54 AM
महाराष्ट्र की राजनीति में उस समय ‘महानाटक’ देखने को मिला जब भाजपा ने राकांपा नेता अजित पवार की मदद से राज्य में अपनी सरकार बना ली। कांग्रेस, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार देखते रह गए और भाजपा मुख्यमंत्री की कुर्सी ले उड़ी। आधी...
मुंबईः महाराष्ट्र की राजनीति में उस समय ‘महानाटक’ देखने को मिला जब भाजपा ने राकांपा नेता अजित पवार की मदद से राज्य में अपनी सरकार बना ली। कांग्रेस, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार देखते रह गए और भाजपा मुख्यमंत्री की कुर्सी ले उड़ी। आधी रात को अजित के साथ गठबंधन के बाद भाजपा ने सुबह महाराष्ट्र में अपनी सरकार बना ली। हालांकि शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा महाराष्ट्र के इस महानाटक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गए। वहीं सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले महाराष्ट्र में हलचल तेज है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय काकडे ने रविवार सुबह एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंचे। संजय काकडे के अलावा एनसीपी नेता जयंत पाटिल भी शरद पवार के घर पहुंचे हैं। बता दें कि शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा महाराष्ट्र के इस महानाटक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गए। उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले के खिलाफ कोर्ट में एक याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट के दूसरे नंबर के वरिष्ठतम न्यायाधीश एन.वी. रमन की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय विशेष पीठ रविवार को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर इस मामले की सुनवाई करेगी।
न्यायमूर्ति रमन की अध्यक्षता वाली विशेष पीठ में न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना शामिल हैं। शनिवार को फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया और अजित पवार ने भी 54 राकांपा विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर भाजपा और राकांपा का कोई भी बड़ा नेता उपस्थित नहीं था। फडणवीस को सदन में अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए 30 नवम्बर तक का समय दिया गया है।