ऑफ द रिकॉर्डः भाजपा को शरद पवार से समझौते का संकेत मिलने का ‘इंतजार’

Edited By Pardeep,Updated: 21 Mar, 2021 06:42 AM

bjp waiting to sign agreement with sharad pawar

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख मुंबई पुलिस के मामलों पर कड़ी निगरानी रखने में अपनी विफलता के कारण बर्खास्त होने से बच गए हैं। यह प्रतिशोध अस्थायी है, क्योंकि राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) अभी भी अरबपति मुकेश अंबानी

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख मुंबई पुलिस के मामलों पर कड़ी निगरानी रखने में अपनी विफलता के कारण बर्खास्त होने से बच गए हैं। यह प्रतिशोध अस्थायी है, क्योंकि राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) अभी भी अरबपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास के बाहर विस्फोटकों के रखने की जांच कर रही है। वहीं जब तक जांच पूरी होती है, तब तक ठाकरे पर हमला जारी रहेगा और अनिल देशमुख के लिए कोई खतरा नहीं है।

अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक खेल का पहला संकेत तब मिला जब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने दिल्ली में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बार भी एन.सी.पी. का नाम नहीं लिया। हालांकि यह एन.सी.पी. है जो महाराष्ट्र सरकार और गृह विभाग के प्रभारियों की शक्तियों को नियंत्रित कर रही है। इस दौरान फड़णवीस ने केवल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना पर निशाना साधा। 

फिलहाल एन.आई.ए. गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के साथ मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह और अंबानी प्रकरण में शामिल अन्य संदिग्ध पुलिसकर्मियों का ठाकरे के साथ लिंक निकालने की जांच में व्यस्त है। यह कहा जा रहा है कि एन.आई.ए. एक बार अपनी जांच पूरी कर लेती है और सचिन के ठाकरे से लिंक का सबूत ढूंढ लेती है, फिर कार्रवाई करेगी। 

भाजपा नेतृत्व शांत है और भगवा पार्टी के साथ समझौते के लिए तैयार होने के एन.सी.पी. नेता शरद पवार से संकेत मिलने का इंतजार कर रहा है। वहीं फड़णवीस जब दिल्ली में थे, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी लंबी मुलाकात हुई। इस दौरान एन.सी.पी. और पवार पर हमला नहीं करने और ठाकरे को निशाना बनाने के लिए चर्चा हुई थी। 

दिलचस्प बात यह है कि अनिल देशमुख ने केंद्र सरकार के लिए एक मैत्रीपूर्ण रूख अपनाया जब उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एन.आई.ए. को पूरा सहयोग दे रही है। यह बयान शिवसेना की उस कथित स्थिति से विपरीत था, जिसने मामले की एन.आई.ए. जांच को राज्य के मुद्दों और शुद्ध राजनीति में हस्तक्षेप करार दिया था।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!