Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Jul, 2022 10:49 AM
अफ्रीकी देश कांगों गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन पर तैनात भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवान वहां मंगलवार को हिंसा पर उतारू प्रदर्शनकारियों के एक हमले में शहीद हो गए।
नेशनल डेस्क: अफ्रीकी देश कांगों गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन पर तैनात भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवान वहां मंगलवार को हिंसा पर उतारू प्रदर्शनकारियों के एक हमले में शहीद हो गए। कांगों में अंतराष्ट्रीय मिशन का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के हमले में पांच व्यक्ति मारे गए। इनमें बीएसएफ के हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेड कांस्टेबल सनवाला राम बिश्नोई भी शामिल हैं।
शांति रक्षकों पर यह हमला युगांडा की सीमा के पास एक कस्बे में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुआ हुई। दोनों शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को भारत में दो-तीन दिन लगेंगे। बीएसएफ के हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह जब शहीद हुए उस समय वे फोन पर अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे। शिशुपाल सिंह के शहीद होने की खबर से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया।
1994 में BSF में भर्ती हुए थे
शहीद शिशुपाल सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ के बगड़िया का बास गांव के रहने वाले थे। वे 1994 में BSF मे भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। कुछ समय पहले वे UN के शांति मिशन के तहत अफ्रीकी देश कांगो गए थे। शिशुपाल ढाई महीने पहले ही छुट्टियां बिताकर वापस ड्यूटी पर गए थे, उनकी पत्नी सरकारी टीचर हैं। शिशुपाल का एक बेटा और एक बेटी है, उनका परिवार जयपुर रहता है, जबकि शहीद के माता-पिता गांव में रहते हैं।
पत्नी को मोबाइल पर दिखा रहे थे हिंसक प्रदर्शन
शहीद के निकट परिजनों ने बताया कि शिशुपाल को गोली मंगलवार को उस समय लगी जब वे अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे। वह पत्नी को वहां चल रहे हिंसक प्रदर्शन को मोबाइल पर दिखा रहे थे, इसी दौरान गोली लगने से शिशुपाल शहीद हो गए, इसलिए परिवार को उसी समय उनकी शहादत का पता चल गया था। इससे परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर ग्रामीण शहीद के घर पहुंचे और उनके परिजनों को संभाला।