Edited By Tanuja,Updated: 18 Jun, 2020 05:28 PM
कनाडा की राजनीति में इतिहास रचने वाले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के पहले अश्वेत नेता भारतीय मूल के सिख नेता जगमीत सिंह को ...
इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा की राजनीति में इतिहास रचने वाले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के पहले अश्वेत नेता भारतीय मूल के सिख नेता जगमीत सिंह को नस्लवाद" के मुद्दे पर माफी न मांगने पर हाउस ऑफ कॉमन्स (HOC) से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
यह घटना तब हुई थी जब श्री सिंह ने रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस में प्रणालीगत नस्लवाद को पहचानने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था। भारतीय मूल के सिख नेता जगमीत सिंह पिछले वर्ष 25 फरवरी को उपचुनाव में विजयी घोषित किए गए थे। जनप्रतिनिधि के रूप में जगमीत ने पिछले सप्ताह न्यूजीलैंड में मस्जिद पर हुए हमले के बाद बयान दिया था।
इसके बाद जब कई कनाडाई राजनीतिक नेताओं और संसद सदस्यों (सांसदों) ने जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर संबोधित किया तो एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने संघीय सरकार से तुरंत कनाडा में पुलिस एजेंसियों द्वारा नस्लीय प्रोफाइलिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्पष्ट कानून बनाने के लिए कहा था।
बता दें कि जगमीत सिंह को कनाडा में खुद को भी नस्लवाद और भेदभाव को झेलना पड़ा है। वह कहते हैं कि मेरा पूरा ध्यान साझा मूल्यों पर बात करने को लेकर है। जगमीत सिंह कनाडाई संसद में तीसरे बड़े दल 'द न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी' के पहले अश्वेत नेता हैं। कनाडा के क्यूवेक प्रांत ने जून, 2019 में एक कानून बनाकर धार्मिक चिह्नों को धारण करने वाले लोगों के सिविल सर्विस, पुलिस और अध्यापक बनने पर प्रतिबंध लगा दिया था हालांकि, दूसरे प्रांतों की सरकारों ने इस विधेयक का विरोध किया था।