Edited By vasudha,Updated: 15 Jul, 2021 01:54 PM
जम्मू कश्मीर में ड्रोन दिखने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जम्मू स्थित वायुसेना के हवाई अड्डे पर बीती रात एक और ड्रोन देखने की सूचना मिली। यह ड्रोन ऐसे वक्त में दिखा जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत स्थिति की समीक्षा करने जम्मू दौरे...
नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर में ड्रोन दिखने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जम्मू स्थित वायुसेना के हवाई अड्डे पर बीती रात एक और ड्रोन देखने की सूचना मिली। यह ड्रोन ऐसे वक्त में दिखा जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत स्थिति की समीक्षा करने जम्मू दौरे पर हैं। इससे पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास एक उड़ती हुई वस्तु देखी थी।
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बिपिन रावत आज उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक भी करेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बैठक में पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमले को लेकर कोई महत्वपूर्ण फैसला किया जा सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि 13 और 14 जुलाई की दरमियानी रात कसे अरनिया सेक्टर में जवानों ने करीब 200 मीटर की ऊंचाई पर टिमटिमाती लाल बत्ती देखी। जवानों ने उसकी ओर गोलियां चलाई, जिससे वह लाल बत्ती वाली चीज वहां से चली गई।
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गौरतलब है कि दो जुलाई को पाकिस्तान के ‘क्वाडकॉप्टर’ ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन बीएसएफ के जवानों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद वह पीछे हट गया था। पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा भारत के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए ‘ड्रोन’ का इस्तेमाल करने का पहला मामला 27 जून तड़के सामने आया था, जब जम्मू शहर के भारतीय वायुसेना अड्डे पर दो बम गिराए गए थे। इसमें दो जवानों को मामूली चोटें आईं।