चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं में राष्ट्रीय युवा दिवस को समर्पित नेशनल समिट इवोक-2021 का शानदार आयोजन

Edited By vasudha,Updated: 14 Jan, 2021 03:35 PM

chandigarh university

युवाओं के लिए एक आदर्श और प्रेरणा स्वामी विवेकानंद जी की 158वीं जयंती को समर्पित राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा 9वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन इवोक-2021 का आयोजन किया गया...

युवाओं के लिए एक आदर्श और प्रेरणा स्वामी विवेकानंद जी की 158वीं जयंती को समर्पित राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा 9वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन इवोक-2021 का आयोजन किया गया। ‘‘जेन ज़ी: दि चेंजमेकर ऑफ़ न्यू इंडिया’’ विषय पर आधारित सम्मेलन में भारतीय राजनीतिक नेता दिल्ली विधानसभा के सदस्य और चार्टर्ड अकाउंटेंट राघव चड्ढा, मोटिवेशनल स्पीकर और जानी-मानी लेखिका प्रिया कुमार, प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और ह्यूमन फॉर ह्यूमेनिटी संस्था के संस्थापक अनुराग चौहान, सुपर मॉडल और उद्यमी मिया लकड़ा, प्रसिद्ध भारतीय निर्देशक हैरी भट्टी, प्रसिद्ध अभिनेत्री और मॉडल निकीत कौर ढिल्लों और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर स. सतनाम सिंह संधू विशेष रूप से उपस्थित रहे।

 

प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता अनुराग चौहान ने मानवीय व नैतिक मूल्यों की अहमियत के बारे में बात करते हुए कहा कि हमारे चरित्र पर सबसे अधिक प्रभाव माहौल का पड़ता है और हम जैसे माहौल में रहते हैं, वैसे ही हमारी विचारधारा बन जाती है, इसलिए ऐसे में बच्चों के अभिभावकों को जि6मेदारी लेते हुए बच्चों को सही सीख देने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिकता और तकनीक के साथ तेजी से आगे बढ़ते हुए समाज में सामंजस्य स्थापित करते हुए, अभिभावकों को अपने बच्चों को सच, अच्छाई, परोपकार, दया, करुणा, भलाई और मानवता से अवगत करवाने के अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए, ताकि बच्चे समाज के प्रति अपनी जि6मेदारियों को निभाते हुए एक परोपकारी व हितकारक समाज का निर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि अपने कल्चर व विरासत का संरक्षण करते हुए टे1नॉलॉजी के प्रयोग में अपने बच्चों को यह समझाना हमारी जिमेदारी है कि क्या सही और गलत है। उन्होंने विद्यार्थियों को कल्याणकारी कार्यों का मह8व बताते हुए कहा कि दूसरों का कल्याण करते हुए हमें उन्हें इस काबिल बनाने के प्रयास करने चाहिए, ताकि वह आत्मनिर्भर बन सकें।

 

इस अवसर पर दिल्ली विधानसभा के सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि हमें अपनी विचारधाराओं को प्रोत्साहित करते हुए एक छोटे स्तर से ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास करने चाहिए। विद्यार्थियों से राजनीति के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बात करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बदलाव व सुधार लाने के लिए हमें उस क्षेत्र से जमीनी तौर पर जुडऩा चाहिए और इसलिए युवा पीढ़ी को भविष्य के संभावित परिणामों के मद्देनजर राजनीति में कदम रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश की 50 प्रतिशत आबादी 25 साल से कम की है और औसत आयु 29 वर्ष है, वहीं राजनेता 60 व 70 साल के हैं और इसीलिए राजनीति के क्षेत्र में इसी अंतर को पाटने के लिए देश युवाओं को आगे आना चाहिए तथा समाज सेवा में अपना योगदान तय करना चाहिए। सोशल मीडिया के अपने फायदे और नुकसान हैं, इसलिए यह हमें तय करना है कि हमें सकारात्मक और नकारात्मक में से किसका चुनाव करना है। इस बारे में बात करते हुए प्रसिद्ध लेखिका प्रिया कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर आप भारत में बदलाव लाना चाहते है, तो आपको चेजमेकर बनना होगा। उन्होंने कहा कि अ1सर मार्गदर्शन या सुविधाओं के आभाव में ग्रामीण इलाकों के युवा पिछड़ जाते है, इसलिए बदलाव की शुरुआत स्वयं से करते हुए हमें ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को भी साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि अगर आप प्रतिभाशाली हैं, तो अवश्य सफलता मिलेगी, इसलिए स्वयं को अपनी रुचि के क्षेत्र में कुशल बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हमें अपने परिवेश से सकारात्मक सीख लेते हुए कड़ी मेहनत के साथ सफलता हासिल करने के प्रयास करने चाहिए।

 

इस बारे में बात करते हुए प्रसिद्ध मॉडल मिया ने कहा कि हमें बच्चों पर कोई दबाव न बनाते हुए उनके सपनों और उनकी इच्छाओं को सहयोग देना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके करियर व लक्ष्य के प्रति प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अपने सपनों को पूरे जुनून से प्राप्त करने के प्रयास करने चाहिए, परंतु इसके साथ ही अपने नियमों व मूल्यों को भी नहीं भूलना चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का भी सहजता व सजगता से प्रयोग करना चाहिए और समाज आपके बारे में क्या राय रखता है, इस पर व्यर्थ में चिंता करने से बचना चाहिए और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।इस अवसर पर हैरी भट्टी ने कहा कि जिम्मेदारियों को कभी-भी दबाव की तरह न लेते हुए इनके वास्तविक अर्थ को समझते हुए अपने करियर में सफलता प्राप्त करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि सफलता कड़ी मेहनत के साथ मिलने वाला एक ऐसा हासिल है, जिसके लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। हमें स्वयं व दूसरों के प्रति जिम्मेदारियों को समझते हुए सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा न केवल अपना, बल्कि राष्ट्र का भविष्य निर्धारित करने का हुनर रखते हैं। 

 

देश के युवाओं को न केवल स्वयं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए, राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें स्वयं को असफलता के लिए तैयार रखना होगा, क्योंकि डिप्रेशन की वजह से युवा पीढ़ी स्वयं के भविष्य को खराब कर रही है। निकीत कौर ढिल्लों ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि समाज में रहते हुए हमें अक्सर यह कहकर हतोत्साहित किया जाता है कि हम अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते। उन्होंने कहा कि ऐसे नकारात्मक व्यवहार की चिंता न करते हुए अपने निर्धारित सपनों को पूरा करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिभावकों के सहयोग से विद्यार्थी अपने लक्ष्य को पूरा करने में कामयाब हो सकते हैं, ऐसे में बच्चों के मार्गदर्शक बनकर उनका सहयोग करते हुए भविष्य निर्माण में सहायता करनी चाहिए।
 

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