Edited By Tanuja,Updated: 21 Apr, 2018 11:18 AM
आतंकवाद की पनाहगाह बने पाकिस्तान के साथ दोस्ताना निभाते चीन ने एक भार फिर भारत की खिलाफत करते अपनी भड़ास निकाली है। चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को ''आतंक की फैक्ट्री'' कहे जाने पर उसका बचाव करते हुए कहा कि ...
बीजिंगः आतंकवाद की पनाहगाह बने पाकिस्तान के साथ दोस्ताना निभाते चीन ने एक भार फिर भारत की खिलाफत करते अपनी भड़ास निकाली है। चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को 'आतंक की फैक्ट्री' कहे जाने पर उसका बचाव करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से जूझ रहा है और अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय को आंतकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई में मदद करनी चाहिए।
बीजिंग ने इस बात के भी संकेत दिए कि इस साल जून में चीन के किंगदाओ शहर में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की सालाना बैठक के एजेंडे में आतंकवाद का मुद्दा भी रहेगा। 8 सदस्यीय एससीओ में भारत और पाकिस्तान पिछले साल शामिल हुए हैं। लंदन में गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा कि भारत यह कतई बदार्श्त नहीं करेगा कि कोई उसे आतंक का निर्यात करे।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा था कि कुछ लोगों ने अपने यहां आतंक नियार्त की फैक्ट्री खोल रखी है और वे हमारे देश के लोगों पर हमला करते हैं। उनमें युद्ध करने की ताकत नहीं है, इसलिए पीठ पीछे वार करते हैं। ऐसे मामालों में मोदी को मालूम है कि उनको उनकी ही भाषा में कैसे जवाब दिया जाए।
मोदी की इस टिप्पणी के बारे में पूछ जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि आतंकवाद सबका शत्रु है और इससे सबको जूझना पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के मुकाबला करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की मदद करनी चाहिए।