Edited By ,Updated: 20 Mar, 2017 10:17 AM
योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी के सीएम पद पर शपथ ग्रहण की। योगी के सीएम बनते ही सीएम आवास की पुरानी नेमप्लेट बदल गई।
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी के सीएम पद पर शपथ ग्रहण की। योगी के सीएम बनते ही सीएम आवास की पुरानी नेमप्लेट बदल गई। नई नेमप्लेट में लिखा है-आदित्यनाथ योगी, मुख्यमंत्री। पता-5 कालिदास मार्ग, लखनऊ। इससे पहले पांच वर्षों तक यहां निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नेमप्लेट लगी थी। योगी गोरखपुर के अपने मठ को छोड़कर सीएम हाऊस में कामकाज शुरू करेंगे। इसके लिए योगी के नए आवास पर शुद्धिकरण होगा। गोरक्षमठ की देशी गायों के 11 लीटर दूध से रुद्राभिषेक और हवन-पूजन होगा। इसके लिए बाल पुरोहितों का दल रविवार रात गोरखपुर से 11 लीटर कच्चे दूध के साथ लखनऊ के लिए रवाना हुआ था। ये तैयारियां इसलिए की जा रही हैं, ताकि योगी तुरंत कामकाज शुरू कर सकें। गोरखनाथ मंदिर के पुजारी रामानुज त्रिपाठी ने कहा कि आज सोमवार यानी भगवान शंकर का दिन है, इसलिए सीएम आवास पर रुद्राभिषेक होगा।
पूजा-पाठ योगी के जीव का अहम हिस्सा है। गोरखपुर के मठ में भी उनके दिन की शुरुआत पूजा पाठ से ही होती थी। अब उन पर राज्य की जिम्मेदारी है। पुजारी को उम्मीद है कि अगर शुरुआत पूजा-पाठ से होगी तो कल्याण सबका होगा। यह शायद पहला मौका है, जब किसी धार्मिक स्थल का प्रमुख किसी राज्य का मुख्यमंत्री भी है। पर इसकी नींव आज से 96 साल पहले रख दी गई थी। 1921 में गोरखनाथ मठ के महंत दिग्विजय नाथ ने कांग्रेस में शामिल होकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। अंग्रेजों ने चौरी-चौरा मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया था।
ब्रिटिश पुलिसकर्मियों के साथ हुई जिस झड़प के बाद लोगों ने थाने में आग लगा दी थी, महंत दिग्विजय पर उस भीड़ में शामिल होने का आरोप लगा था। वैसे, महंत दिग्विजय और कांग्रेस का साथ 16 साल का ही रहा था। महंत दिग्विजय 1937 में हिंदू महासभा में शामिल हो गए। उन्होंने आजादी के बाद राम जन्मभूमि मामले को जोर-शोर से उठाया। 1967 में हिंदू महासभा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था। शपथ ग्रहण के बाद ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने पहले दिन से ही कामकाज संभाल लिया है और अपने कड़े तेवर भी दिखाने शुरू कर दिए हैं।